राष्ट्रीय सामाजिक गौरव सम्मान पुरस्कार समारोह का आयोजन
टेन न्यूज़ !! ११ फरवरी २०२५ !! अश्वनी कुमार ब्यूरो, मेरठ
राष्ट्रीय सामाजिक गौरव सम्मान पुरस्कार समारोह – 2025 का आयोजन डॉ कुसुम पथारिया द्वारा सामाजिक न्याय एवं महिला अधिकारिता बोर्ड के तत्वाधान में जलवायु विहार ,सेक्टर 21, नोएडा में भव्य रूप से किया गया ।
इस सम्मान समारोह में सामाजिक कार्य महिला सशक्तिकरण मानवाधिकार रक्षा एवं न्याय प्रणाली को सुदृढ़ करने में योगदान देने वाले 70 प्रतिष्ठित व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद डॉ महेश शर्मा उपस्थित रहे उन्होंने अपने संबोधन में कहा समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए समर्पण और सेवा आवश्यक है जो लोग न्याय और समानता के लिए कार्य कर रहे हैं वे सच्चे नायक हैं
हमें ऐसे प्रयासों को समर्थन देना चाहिए जो समाज के वंचित और जरूरतमंद वर्गों को न्याय दिलाने और सशक्त बनाने की दिशा में कार्यरत है उन्होंने सामान अवसर और न्याय को मानवता कार्य बताते हुए कहा की सभी को समान अवसर देना और न्याय का अधिकार सुनिश्चित करना संविधान, मानवता व ईश्वर का कार्य है यह एक पवित्र जिम्मेदारी है
यह उन लोगों को ऊपर उठाने का कार्य है जिन्हें सबसे अधिक सहायता की आवश्यकता है डॉ कुसुम पथारिया ,श्रीमती नीलिमा मिश्रा और श्रीमती विमला बाथम जैसी महिलाएं इस प्रयास का संजीव उदाहरण है जिन्होनें समाज के हर वर्ग को अवसर देने के लिए अथक परिश्रम किया है डॉ महेश शर्मा ने डॉ कुसुम पथरिया के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में सामाजिक न्याय एवं महिला अधिकारिता बोर्ड न केवल महिलाओं बल्कि वंचित वर्गों की भी आवाज उठा रहा है बल्कि उनके अधिकारों की रक्षा के लिए ठोस कदम भी उठा रहा है
उन्होंने कहा डॉ कुसुम पथारिया और उनकी टीम का समर्पण सराहनीय है यह बोर्ड समाज के जरूरतमंदों की मदद के लिए एक मजबूत स्तंभ बन चुका है विशिष्ट अतिथि श्रीमती विमला बाथम (पूर्व विधायक एवं महिला आयोग अध्यक्ष) श्री एन. पी. आनंद (वरिष्ठ अधिवक्ता, सुप्रीम कोर्ट आफ इंडिया एवं महानिदेशक सामाजिक न्याय बोर्ड), एवं श्रीमती नीलिमा मिश्रा (ट्रस्टी सचिव, जनकल्याण ट्रस्ट ,आनंद निकेतन वृद्ध आश्रम नोएडा) नेवी अपने विचार रखें और समाज में न्याय व समानता की आवश्यकता पर जोर दिया।
महानिदेशक डॉ एन.पी. आनंद ने बोर्ड की मजबूती पर बल देते हुए कहा कि सामाजिक न्याय एवं महिला अधिकारिता बोर्ड भारत का पहला लोकतांत्रिक बोर्ड है जो जरूरतमंदों की सुख-दुख में हर समय उनके साथ खड़ा रहता है और न्याय की पहल को सशक्त बना रहा है उन्होंने बताया कि बोर्ड के कार्यकर्ता ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर गरीब, असहाय ,मजदूर और महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को रोकने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति बोर्ड की वेबसाइट या टोल फ्री नंबर के माध्यम से अपनी समस्या दर्ज कर सकता है महानिदेशक एन.पी. आनंद जी ,अध्यक्ष निदेशक श्रीमती ज्योति राणा जी डॉक्टर महेश कुमार अन्य पदाधिकारीयों के साथ उपस्थित रहे।
बोर्ड की अध्यक्ष डॉ कुसुम पथारिया का संदेश बोर्ड की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ कुसुम पथारिया ने कहा कि यह आयोजन न्याय और समानता को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है उन्होंने इस कार्यक्रम की योजना और आयोजन की संपूर्ण जिम्मेदारी संभाली और इसे सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई उन्होंने कहा कि जरूरतमंदों को त्वरित न्याय मिले और इसके लिए 01169652503 हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है।
आगामी योजनाएं और समाज में जनता बढ़ाने की पहला कार्यक्रम के दौरान बोर्ड की आगामी योजना की भी घोषणा की गई जिनमें महिला सुरक्षा ,कानूनी सहायता एवं मानवाधिकार जागरूकता अभियान शामिल है। समझ में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले व्यक्तित्व को संबंध किया गया समारोह के समापन अवसर पर सभी विशिष्ट अतिथियों ने सम्मानित विभूतियों को बधाई दी और उनके कार्यों की सराहना की।
इस भव्य आयोजन ने न केवल सामाजिक नायकों को पहचान दी बल्कि आम नागरिकों को भी प्रेरित किया कि वह समाज की बेहतरीन के लिए योगदान दें। यह आयोजन सामाजिक सेवा, न्याय और महिला सशक्तिकरण को समर्पित रहा और भविष्य में भी ऐसे प्रयास जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई गई।