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रायबरेली महिला चिकित्सालय में बिना पैसा दिए  इलाज असंभव नहीं

By Ten News One Desk

Published on:

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रायबरेली महिला चिकित्सालय में बिना पैसा दिए  इलाज असंभव नहीं



टेन न्यूज़ !! ०९ मार्च २०२४ !!  वसीम खान ब्यूरो, रायबरेली


रायबरेली उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के लाख प्रयासों के बाद भी जिला महिला अस्पताल गरीबों का खून चूसने से बाज नहीं आ रहा है ताजा मामला रायबरेली के महिला चिकित्सालय का प्रकाश में आया है जहां पर एक पीड़ित ने आरोप लगाते हुए बताया कि ऑपरेशन के नाम पर पहले ₹5000 लिए गए

ऑपरेशन के बाद हजारों रुपए की दवाएं बाहर की लिख दी गई कोई भी दवा अंदर से नहीं दी गई गरीबों की जेब में डाका डालने में महिला जिला चिकित्सालय परीकाष्ठा की हदों को पार करता हुआ नजर आ रहा है

फिलहाल इस पूरे मामले पर जब स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों से बात करनी चाहिए तो वह भी अपने मता हथों के सपोर्ट में नजर आए और कमरे पर कुछ भी ना बोलते हुए जांच का झुनझुना जरूर थामा दिया लेकिन जिस तरह से रायबरेली में चाहे वह महिला चिकित्सालय हो चाहे वह पुरुष चिकित्सालय हो गरीबों का खून चूस रही है

लेकिन इन पर कार्यवाही के नाम पर सिर्फ आश्वासन ही मिलता है फिलहाल आप देखना यह होगा की खबर प्रकाशित होने के बाद इस पूरे मामले पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी क्या संज्ञान लेते हैं और क्या कार्रवाई करते हैं यह तो आने वाला समय तय करेगा

बाइट-पीड़ित

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टेन न्यूज़ !! ०९ मार्च २०२४ !!  वसीम खान ब्यूरो, रायबरेली


रायबरेली उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के लाख प्रयासों के बाद भी जिला महिला अस्पताल गरीबों का खून चूसने से बाज नहीं आ रहा है ताजा मामला रायबरेली के महिला चिकित्सालय का प्रकाश में आया है जहां पर एक पीड़ित ने आरोप लगाते हुए बताया कि ऑपरेशन के नाम पर पहले ₹5000 लिए गए

ऑपरेशन के बाद हजारों रुपए की दवाएं बाहर की लिख दी गई कोई भी दवा अंदर से नहीं दी गई गरीबों की जेब में डाका डालने में महिला जिला चिकित्सालय परीकाष्ठा की हदों को पार करता हुआ नजर आ रहा है

फिलहाल इस पूरे मामले पर जब स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों से बात करनी चाहिए तो वह भी अपने मता हथों के सपोर्ट में नजर आए और कमरे पर कुछ भी ना बोलते हुए जांच का झुनझुना जरूर थामा दिया लेकिन जिस तरह से रायबरेली में चाहे वह महिला चिकित्सालय हो चाहे वह पुरुष चिकित्सालय हो गरीबों का खून चूस रही है

लेकिन इन पर कार्यवाही के नाम पर सिर्फ आश्वासन ही मिलता है फिलहाल आप देखना यह होगा की खबर प्रकाशित होने के बाद इस पूरे मामले पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी क्या संज्ञान लेते हैं और क्या कार्रवाई करते हैं यह तो आने वाला समय तय करेगा

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