पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिले इसौली विधायक, टोल प्लाजा निर्माण की उठाई मांग अवैध कब्जों से मिट रहा तालाबों का अस्तित्व वर्षा जल संरक्षण प्रभावित, गांवों का जल निकासी बंद होने से मामूली बारिश में होता है जल भराव लावारिस शव की शिनाख्त कर परिजनों ने किया सुपुर्दे खाक के बाद जीवित मिला युवक पीएम के खिलाफ फेसबुक पर आपत्तिजनक वीडियो वायरल आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस फीलनगर में मोहर्रम को लेकर प्रशासन अलर्ट, जुलूस रूट पर लगे CCTV कैमरे
---Advertisement---

लावारिस शव की शिनाख्त कर परिजनों ने किया सुपुर्दे खाक के बाद जीवित मिला युवक

By Ten News One Desk

Published on:

5 Views

लावारिस शव की शिनाख्त कर परिजनों ने किया सुपुर्दे खाक के बाद जीवित मिला युवक



27 जून को पुरवा रहट में अज्ञात मिले शव की परिजन ने की थी ​शिनाख्त


अज्ञात शव पुलिस के लिए बना सरदर्द


टेन न्यूज़ !! ०४ जुलाई २०२५ !! ब्यूरो चीफ, रामजी पोरवाल ,औरैया


जनपद के थाना अयाना क्षेत्र के सेंगनपुर निवासी मुस्लिम समाज के लोगों ने सदर कोतवाली के पुरवा रहट में मिले शव को रिश्तेदार समझ कर ​शिनाख्त की। पोस्टमार्टम के बाद उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया। मगर मोहर्रम का त्योहार करीब आने पर उसने ग्रामीणों से संपर्क कर अपने जीवित होने की जानकारी दी। अंतिम संस्कार होने के बाद से पुलिस को मृतक की स्पष्ट पहचान करवाना सिर दर्द बनी हुई है।

सदर कोतवाली क्षेत्र के गांव पुरवा रहट ​स्थित काशी ईंट भट्ठे के पास 27 जून की दोपहर को एक 40 वर्षीय युवक का शव मिला था।

ग्रामीणों ने उसके मानसिक बीमार होने व दो-तीन दिन से गांव के आसपास घूमते दिखने की जानकारी दी थी। शव की ​शिनाख्त के लिए पुलिस ने उसके फोटो सोशल मीडिया पर वायरल किए थे। सोशल मीडिया पर पुलिस की ओर अपलोड की गईं फोटो को देख सेंगनपुर निवासी समसुल पुत्र गुलमीर व उनके पड़ोसी नसीम खान पुत्र युसुफ खान पुलिस के साथ मोर्चरी पहुंचे थे।

वहां उन्होंने चेहरे से शव की पहचान समसुल के भांजे नूर मोहम्मद 40 पुत्र स्व. तौफीक के रूप में की थी। उन्होंने बताया था कि नूर मोहम्मद मुंबई में प्राइवेट नौकरी करता था। इसके बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजन को सौंप दिया था। परिजन शव को घर ले आए और रात में उसको गांव के ही कब्रिस्तान में दफ्न कर दिया।

अंतिम संस्कार के बाद से चालीसवां सहित अन्य क्रियाओं की तैयारियों में जुटे थे। इसी बीच मंगलवार को नूर मोहम्मद ने गांव के लोगों को फोन कर मोहर्रम पर घर आने की जानकारी दी। जिससे सुन ग्रामीण व परिजन भौचक्का रह गए। मृतक की असली पहचान करवाना अब पुलिस के लिए सिर दर्द बन गई है।

सीओ अजीतमल एमपी सिंह ने बताया कि परिजन के अनुसार हमशक्ल होने के चलते भूलवश ​शिनाख्त होने की बात कही है। नूर मोहम्मद के गांव आने के बाद ही मामला स्पष्ट हो सकेगा। घटना की जानकारी उच्चा​धिकारियों को दी गई है। जिसकी अभी तक कोई भी प्रशासनिक करवाई हेतु पुष्टि नहीं की गई है ll

लावारिस शव की शिनाख्त कर परिजनों ने किया सुपुर्दे खाक के बाद जीवित मिला युवक

Published On:
---Advertisement---
5 Views

लावारिस शव की शिनाख्त कर परिजनों ने किया सुपुर्दे खाक के बाद जीवित मिला युवक



27 जून को पुरवा रहट में अज्ञात मिले शव की परिजन ने की थी ​शिनाख्त


अज्ञात शव पुलिस के लिए बना सरदर्द


टेन न्यूज़ !! ०४ जुलाई २०२५ !! ब्यूरो चीफ, रामजी पोरवाल ,औरैया


जनपद के थाना अयाना क्षेत्र के सेंगनपुर निवासी मुस्लिम समाज के लोगों ने सदर कोतवाली के पुरवा रहट में मिले शव को रिश्तेदार समझ कर ​शिनाख्त की। पोस्टमार्टम के बाद उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया। मगर मोहर्रम का त्योहार करीब आने पर उसने ग्रामीणों से संपर्क कर अपने जीवित होने की जानकारी दी। अंतिम संस्कार होने के बाद से पुलिस को मृतक की स्पष्ट पहचान करवाना सिर दर्द बनी हुई है।

सदर कोतवाली क्षेत्र के गांव पुरवा रहट ​स्थित काशी ईंट भट्ठे के पास 27 जून की दोपहर को एक 40 वर्षीय युवक का शव मिला था।

ग्रामीणों ने उसके मानसिक बीमार होने व दो-तीन दिन से गांव के आसपास घूमते दिखने की जानकारी दी थी। शव की ​शिनाख्त के लिए पुलिस ने उसके फोटो सोशल मीडिया पर वायरल किए थे। सोशल मीडिया पर पुलिस की ओर अपलोड की गईं फोटो को देख सेंगनपुर निवासी समसुल पुत्र गुलमीर व उनके पड़ोसी नसीम खान पुत्र युसुफ खान पुलिस के साथ मोर्चरी पहुंचे थे।

वहां उन्होंने चेहरे से शव की पहचान समसुल के भांजे नूर मोहम्मद 40 पुत्र स्व. तौफीक के रूप में की थी। उन्होंने बताया था कि नूर मोहम्मद मुंबई में प्राइवेट नौकरी करता था। इसके बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजन को सौंप दिया था। परिजन शव को घर ले आए और रात में उसको गांव के ही कब्रिस्तान में दफ्न कर दिया।

अंतिम संस्कार के बाद से चालीसवां सहित अन्य क्रियाओं की तैयारियों में जुटे थे। इसी बीच मंगलवार को नूर मोहम्मद ने गांव के लोगों को फोन कर मोहर्रम पर घर आने की जानकारी दी। जिससे सुन ग्रामीण व परिजन भौचक्का रह गए। मृतक की असली पहचान करवाना अब पुलिस के लिए सिर दर्द बन गई है।

सीओ अजीतमल एमपी सिंह ने बताया कि परिजन के अनुसार हमशक्ल होने के चलते भूलवश ​शिनाख्त होने की बात कही है। नूर मोहम्मद के गांव आने के बाद ही मामला स्पष्ट हो सकेगा। घटना की जानकारी उच्चा​धिकारियों को दी गई है। जिसकी अभी तक कोई भी प्रशासनिक करवाई हेतु पुष्टि नहीं की गई है ll

Follow Us On

---Advertisement---

Leave a Comment

error: Content is protected !!