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डीएम उमेश प्रताप सिंह द्वारा विद्यालयों के निरीक्षण दौरान मिली खामियां, बीएसए सहित प्रधानाध्यापकों तथा एबीएसए के बिरूद्ध कार्यवाही के निर्देश
डीएम ने कम्पोजिट विद्यालय चिनौर एवं कम्पोजिट विद्यालय पैना बुजर्ग का किया औचक निरीक्षण
डीएम द्वारा विद्यालयों का औचक निरीक्षण करने पर शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही आयी सामने
टेन न्यूज़ !! ०६ मार्च २०२४ !! डीपी सिंह डेस्क न्यूज़ @शाहजहांपुर
सरकार की मंशानुसार जिलाधिकारी श्री उमेश प्रताप सिंह भी शिक्षा एवं स्वास्थ्य के प्रति अत्यंत गंभीर रहते है। निरंतर उनके द्वारा जनपद के विभिन्न विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया जाता है। प्रत्येक निरीक्षण के उपरान्त जिलाधिकारी द्वारा शिक्षकों को निरन्तर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने हेतु निर्देश दिये जाते है।
बुधवार को जिलाधिकारी ने कम्पोजिट विद्यालय चिनौर एवं कम्पोजिट विद्यालय पैना बुजर्ग का औचक निरीक्षण किया, जिसमें तमाम कमिया सामने आयी, जिस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये प्रधानाध्यापकों तथा एबीएसए का कार्यो मे सुधार होने तक वेतन रोकने के निर्देश दिये। साथ ही जिलाधिकारी ने बीएसए का भी जवाब तलब करने हेतु निर्देशित किया। इस दौरान उन्होने बच्चों से पुस्तके भी पढ़वा कर देखी तथा पहाड़े सुने।
जिलाधिकारी द्वारा कम्पोजिट विद्यालय चिनौर के निरीक्षण के दौरान शिक्षिका के स्थान पर कक्षा में अनुसेविका मौजूद पायी गयी। कक्षाओं में साफ-सफाई व्यवस्था भी बदहाल थी, सभी कक्षाओं में कूड़ा बिखरा पड़ा था, बच्चे क्लास में निर्धारित ड्रेस में नही थे। जिलाधिकारी ने शिक्षा की गुणवत्ता जांचने के लिये कक्षा 4 व कक्षा 5 के बच्चों से पहाड़े सुने एवं अंग्रेजी की पुस्तके पढ़वाकर देखी। बच्चे पहाड़ा भी नही सुना सके न ही वह अग्रेंजी की पुस्तके पढ़ सके जिसे लेकर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी प्रकट करते हुये प्रधानाध्यापक एवं एबीएसए का शिक्षा की गुणवत्ता मे सुधार होने तक वेतन रोकने के कड़े निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने प्रधानाध्यापक को विद्यालय में साफ-सफाई रखने हेतु भी निर्देशित किया।
इसी क्रम में जिलाधिकारी ने कम्पोजिट विद्यालय पैना बुजुर्ग का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कक्षाओं में कूड़ा बिखरा पड़ा पाया गया। बच्चे कक्षा में निधारित ड्रेस में नही थे। बच्चे अंग्रेजी की पुस्तके भी नही पड़ सके न ही बच्चे पहाड़े सुना सके। कायाकल्प योजनान्तर्गत तमाम विद्यालयों में कायाकल्प का कार्य किया गया है परन्तु विद्यालय में बच्चों के पानी पीने के नल भी टूटे मिले, बच्चों को पढ़ाने के लिये ब्लैक बोर्ड भी अत्यंत खराब पाया गया। जिसे लेकर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की तथा प्रधानाध्यापिका का वेतन रोकने व बीएसए का जवाब तलब करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने सख्त निर्देश देते हुये कहा कि विद्यालय में नियमित रूप से साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाये तथा बच्चें निर्धारित ड्रेस में ही विद्यालय में उपस्थित हो यह सुनिश्चित किया जाये। उन्होने सभी शिक्षकों को शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने हेतु कड़े निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों के भविष्य के साथ खिलबाड़ बिल्कुल भी बर्दाश्त नही किया जायेगा ऐसा करने वालों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।