नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले इमीग्रेशन सेंटर बंद, कई आइलेट केंद्रों पर भी लटके ताले
टेन न्यूज़ !! ०८ मार्च २०२५ !! गीता बाजपेई ब्यूरो@नोएडा
शाहजहाँपुर जनपद में नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले लोगों को जेल भेजे जाने के बाद से कस्बे के सभी इमीग्रेशन सेंटर 20 दिन से बंद हो गए हैं। कई आइलेट सेंटरों पर भी ताले लटक रहे हैं। कई सेंटरों से बोर्ड तक उतर गए हैं। बताया जा रहा है कि इसके संचालक भूमिगत हो गए हैं और मामला ठंडा होने का इंतजार कर रहे
पीलीभीत, शाहजहांपुर और लखीमपुर के युवाओं में विदेश जाकर पढ़ाई और नौकरी करने का जबरदस्त क्रेज है। शाहजहांपुर में पुवायां क्षेत्र के तमाम युवा भारी रकम देकर विदेश गए हैं और तमाम बार विदेश भेजने के नाम पर युवाओं और उनके परिवार से ठगी भी की गई है। पुवायां, खुटार, बंडा थानों में ऐसे कई मामलों में रिपोर्ट दर्ज हैं। पुवायां तहसील क्षेत्र में कई लोग विदेश भेजने के नाम पर ठगी में भी लिप्त हैं। गैर जनपदों के युवाओं से भी ठगी की गई है।
लोगों को विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने, फर्जी दस्तावेज तैयार करने के मामले में पीलीभीत में सौ से अधिक रिपोर्ट दर्ज हो चुकी हैं और कई लोग जेल भेजे जा चुके हैं। फर्जी दस्तावेज बनाने के मामले में पुवायां के गांव बेहटा संवात निवासी नरेंद्र पांडे, गांव पकड़िया मल्लपुर के सिमरनजीत सिंह को जेल भेजा गया है।
गांव समुलिया के विजय सहित दो और लोग पीलीभीत में नामजद हैं। नरेंद्र पांडे ने पुवायां की गुरुनानक कॉलोनी में मकान किराये पर लेकर लोगों को विदेश भेजने के लिए सक्सेज ओवरसीज के नाम से सेंटर खोला था। सिमरनजीत सिंह भी इसी कार्यालय में बैठता था। दोनों के जेल जाने के बाद सेंटर बंद हो गया था। अब यहां से सक्सेज ओवरसीज के बोर्ड भी उतार दिए गए हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक विदेश भेजने के नाम पर ठगी के मामले में नाम सामने आने और पीलीभीत में बड़ी कार्रवाई होने के बाद पीड़ित आगे आने लगे है। बंडा में एक रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पुवायां में आईं दो तहरीरों में एक पीड़ित पूरनपुर चला गया और दूसरा मोहम्मदी थाना क्षेत्र का था। एक पीड़ित पुवायां का है, जिसकी जांच की जा रही है। ठगी के शिकार हुए कुछ लोगों ने नाम नहीं प्रकाशित करने के अनुरोध के साथ बताया कि इमीग्रेशन सेंटर वाले उनको कॉल कर रुपये वापस कर देने की बात कह रहे हैं और तहरीर देने के लिए मना कर रहे हैं।
सीओ निष्ठा उपाध्याय ने बताया कि पुवायां थाना प्रभारी के नेतृत्व में एक टीम का गठन इमीग्रेशन सेंटरों की जांच के लिए किया गया है। अभी रिपोर्ट नहीं मिली है। कुछ मामले सामने आए हैं, जिसमें एक रिपोर्ट बंडा में दर्ज करा दी गई है। पुवायां में आए प्रार्थनापत्रों की जांच कराई जा रही है। कोई पीड़ित सामने आता है तो जांच कराई जाएगी। आरोप सही मिलते हैं तो कार्रवाई भी होगी।
उधर, पुवायां के थाना प्रभारी हरपाल सिंह बालियान ने बताया कि सीओ ने उनसे इमीग्रेशन सेंटरों की सूची मांगी थी, जो भेज दी गई है। सेंटरों की जांच के बारे में जानकारी नहीं है।