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अजीतमल कार्यशाला में नवचयनित एआरपी का किया गया उन्मुखीकरण, शिक्षा में नवाचार और नेतृत्व पर जोर

By Ten News One Desk

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अजीतमल कार्यशाला में नवचयनित एआरपी का किया गया उन्मुखीकरण, शिक्षा में नवाचार और नेतृत्व पर जोर



टेन न्यूज़ !! ०२ जुलाई २०२५ !! ब्यूरो चीफ रामजी पोरवाल,औरैया।


अजीतमल कार्यशाला में नवचयनित एकेडमिक रिसोर्स पर्सन का एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान अजीतमल में संपन्न हुआ।

कार्यक्रम का उदघाटन उपशिक्षा निर्देशक / डाईट प्राचार्य गंगा सिंह राजपूत व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजीव कुमार ने दीप जलाकर किया। कार्यक्रम में एआरपी को उनके कार्यों, जिम्मेदारियों और शैक्षिक गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई। कार्यक्रम का उद्देश्य एआरपी को विद्यालयों और शैक्षिक नेतृत्व के बीच सेतु के रूप में कार्य करने के लिए तैयार करना था।

इस दौरान डाइट प्राचार्य जीएस राजपूत ने कहा कि एआरपी स्वयं को मैदान में एक कोच की भूमिका में समझें। कोच की तरह शिक्षकों को अकादमिक सहयोग प्रदान करें तो निश्चित ही परिणाम बेहतर आएंगे। निपुण ‘भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी छात्रों को निपुण बनाना प्राथमिकता है। इसके लिए शिक्षा प्रणाली में सकारात्मक परिवर्तन लाकर गुणवत्ता में सुधार आवश्यक है।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजीव कुमार ने कहा कि एकेडमिक रिसोर्स पर्सन हमारे शिक्षा तंत्र की रीढ़ हैं। वे शिक्षक और विभाग के बीच मजबूत सेतु का कार्य करते हैं। हम सभी का उद्देश्य है कि हर बच्चा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पाए और निपुण भारत मिशन के लक्ष्यों को समयबद्ध रूप से प्राप्त किया जाए। एआरपी को चाहिए कि वे स्कूलों में जाकर शिक्षकों को प्रेरित करें, सहयोग दें और शिक्षण-अधिगम की प्रक्रिया को बेहतर बनाएं। आपकी सक्रिय भागीदारी ही बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कुंजी है।

इस दौरान एसआरजी टीम द्वारा विभिन्न सत्रों के माध्यम से कार्यशाला का संचालन किया गया। एसआरजी सुनील दत्त राजपूत द्वारा परिर्वतन वाहक के रूप में एआरपी की भूमिका, गुणवत्ता ऐप एवं चेकलिस्ट का उपयोग के संबंध में तथा एसआरजी अलका यादव द्वारा नई शिक्षा नीति, एफएलएन और निपुण भारत मिशन के बारे में नवचयनित एआरपी का उन्मुखीकरण किया गया।

इस साथ ही एसआरजी सुभाष रंजन दुबे द्वारा प्रभावी नेतृत्वकर्ता कैसे बने,प्रभावी सहयोगात्मक पर्यवेक्षण की प्रक्रिया व डीसी प्रशिक्षण सौरभ गुप्ता द्वारा एआरपी के कार्य एवं दायित्व विषय पर अपना उद्बोधन दिया गया। इस दौरान एसआरजी सुनीलदत्त राजपूत, सुभाष रंजन दुबे, अलका यादव व जनपद के विभिन्न विकासखंडों के नवचयनित एआरपी उपस्थित रहे।

अजीतमल कार्यशाला में नवचयनित एआरपी का किया गया उन्मुखीकरण, शिक्षा में नवाचार और नेतृत्व पर जोर

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अजीतमल कार्यशाला में नवचयनित एकेडमिक रिसोर्स पर्सन का एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान अजीतमल में संपन्न हुआ।

कार्यक्रम का उदघाटन उपशिक्षा निर्देशक / डाईट प्राचार्य गंगा सिंह राजपूत व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजीव कुमार ने दीप जलाकर किया। कार्यक्रम में एआरपी को उनके कार्यों, जिम्मेदारियों और शैक्षिक गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई। कार्यक्रम का उद्देश्य एआरपी को विद्यालयों और शैक्षिक नेतृत्व के बीच सेतु के रूप में कार्य करने के लिए तैयार करना था।

इस दौरान डाइट प्राचार्य जीएस राजपूत ने कहा कि एआरपी स्वयं को मैदान में एक कोच की भूमिका में समझें। कोच की तरह शिक्षकों को अकादमिक सहयोग प्रदान करें तो निश्चित ही परिणाम बेहतर आएंगे। निपुण ‘भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी छात्रों को निपुण बनाना प्राथमिकता है। इसके लिए शिक्षा प्रणाली में सकारात्मक परिवर्तन लाकर गुणवत्ता में सुधार आवश्यक है।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजीव कुमार ने कहा कि एकेडमिक रिसोर्स पर्सन हमारे शिक्षा तंत्र की रीढ़ हैं। वे शिक्षक और विभाग के बीच मजबूत सेतु का कार्य करते हैं। हम सभी का उद्देश्य है कि हर बच्चा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पाए और निपुण भारत मिशन के लक्ष्यों को समयबद्ध रूप से प्राप्त किया जाए। एआरपी को चाहिए कि वे स्कूलों में जाकर शिक्षकों को प्रेरित करें, सहयोग दें और शिक्षण-अधिगम की प्रक्रिया को बेहतर बनाएं। आपकी सक्रिय भागीदारी ही बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कुंजी है।

इस दौरान एसआरजी टीम द्वारा विभिन्न सत्रों के माध्यम से कार्यशाला का संचालन किया गया। एसआरजी सुनील दत्त राजपूत द्वारा परिर्वतन वाहक के रूप में एआरपी की भूमिका, गुणवत्ता ऐप एवं चेकलिस्ट का उपयोग के संबंध में तथा एसआरजी अलका यादव द्वारा नई शिक्षा नीति, एफएलएन और निपुण भारत मिशन के बारे में नवचयनित एआरपी का उन्मुखीकरण किया गया।

इस साथ ही एसआरजी सुभाष रंजन दुबे द्वारा प्रभावी नेतृत्वकर्ता कैसे बने,प्रभावी सहयोगात्मक पर्यवेक्षण की प्रक्रिया व डीसी प्रशिक्षण सौरभ गुप्ता द्वारा एआरपी के कार्य एवं दायित्व विषय पर अपना उद्बोधन दिया गया। इस दौरान एसआरजी सुनीलदत्त राजपूत, सुभाष रंजन दुबे, अलका यादव व जनपद के विभिन्न विकासखंडों के नवचयनित एआरपी उपस्थित रहे।

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