औरैया में आई जबरजस्त बाड़ से जन जीवन प्रभावित, नेता-समाजसेवियों व जिला प्रशासन ने संभाला मोर्चा
टेन न्यूज़ !! ०२ अगस्त २०२५ !! रामजी पोरवाल ब्यूरो, औरेया
जिले में यमुना चंबल नदी का जलस्तर खतरे के निशान से करीब 5 मीटर ऊपर पहुंचने से आसपास बसे गांव से संपर्क टूट गया है, जिनको शासन, प्रशासन द्वारा बोट से राहत सामग्री पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है
आपको बता दें राजस्थान के कोटा बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण औरैया में यमुना और चंबल नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जो खतरे के निशान से 5 मीटर ऊपर पहुंच चुका है बाढ़ से आई भयंकर तबाही से कई गांव का संपर्क मार्ग टूटने है जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है, बाढ़ के कारण यमुना और चंबल के आसपास के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों के घरों में पानी घुसा बाड़ से लगभग आधा दर्जन से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं,
लोग अपने घरों का सामान व मवेशियों को लेकर राहत शिविरों के लिए रवाना हो रहे हैं, जिला प्रशासन बाढ़ में डूबे हुए इलाकों के लोगों की मदद करने में जुटा है बाढ़ पीड़ितों को दबाए व राहत सामग्री बोट द्वारा पहुंचाई जा रही है,औरैया पुलिस की टीम बाढ प्रभावित क्षेत्र के आसपास निगरानी में लगी हुई तथा पैदल गस्त कर लोगों को आघा कर रही है,
वहीं प्रशासन ने जानकारी देते हुए बताया कि यमुना नदी का जलस्तर शाम तक घटना की संभावना है, बाढ़ का जायजा लेने पहुंचीं
सदर विधायक गुड़िया कठेरिया और जिलाधिकारी डॉक्टर इंद्रमणि त्रिपाठी ने बोट द्वारा अजीतमल के ग्राम सिकरोडी में बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री पहुंचाई तथा हर संभव मदद का भरोसा दिया है ll
औरैया से ब्यूरो के रामजी पोरवाल की रिपोर्ट