कोलकाता कांड के विरोध में इनरव्हील एवं रोटरी क्लब सहित सामाजिक संगठनों ने निकाला शांति मार्च
शांति मार्च निकाल कर इनरव्हील और रोटरी क्लब सहित अनेकों संगठनों ने रेप-मर्डर का जताया विरोध
टेन न्यूज़ !! १९ अगस्त २०२४ !! वसीम खान ब्यूरो, रायबरेली
कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षु महिला चिकित्सक के साथ हुई हैवानियत और हत्या के विरोध में रोटरी क्लब और इनरव्हील क्लब ने कई सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर सामूहिक रूप से शांति मार्च निकाला।
शांति मार्च में सहयोग करने वाले संगठनों में जैसीज़ ऐल्यूमिनी क्लब, भारत विकास परिषद, कायस्थ महासभा, इण्डियन इंडस्ट्रीज़ एसोसिएशन, सिंधु समाज, जेसीज़ क्लब, अग्रवाल समाज के पदाधिकारी भी शामिल हुए। इस अवसर पर पहुँचकर सदर विधायक अदिति सिंह ने भी घटना की निंदा किया। रोटरी क्लब के अध्यक्ष राकेश कक्कड़ और इनरव्हील क्लब की अध्यक्ष दीप्ति सिकरिया ने कहा कि ऐसे विकृत मानसिकता के अपराधियों के लिए सभ्य समाज में कोई जगह नहीं होनी चाहिये।
इस अवसर पर रोटरी क्लब के पूर्व अध्यक्ष एवं कायस्थ महासभा के जिला अध्यक्ष अरविंद श्रीवास्तव ने कहा कि ऐसे जघन्य अपराधियों को फ़ास्टट्रैक अदालत में मुक़दमा चला कर तीन माह के भीतर कठोर दंड दिया जाना चाहिए। इनरव्हील क्लब की पूर्व अध्यक्ष सीमा श्रीवास्तव ने शांति मार्च में शामिल सभी संस्थाओं एवं सदस्यों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौक़े पर जेसीज ऐल्यूमिनी क्लब के अध्यक्ष राकेश पांडेय तथा पूर्व ज़ोन चेयरमैन राजेश शर्मा ने घटना का कड़ा विरोध करते हुए ऐसे क्रूर अपराधियों के लिए सरकार से कड़े क़ानून की माँग किया।
भारत विकास परिषद के अध्यक्ष गजानन खुबेले, डॉ. अमिता खुबेले ने घटना को वीभत्स बताते हुए पीड़ित परिवार को पर्याप्त सुरक्षा दिये जाने की माँग किया। सिंधु समाज महिला विंग की अध्यक्ष रेखा जीवनानी और इंडियन इंडस्ट्रीज़ एसोसिएशन के अध्यक्ष उदित आज़ाद ने कहा ऐसे दुर्दांत अपराधियों को त्वरित कार्यवाही करते हुए कड़ी सजा दी जानी चाहिए। अग्रवाल समाज की अध्यक्ष अर्चना सिकरिया और कायस्थ महासभा के उपाध्यक्ष रवींद्र नाथ हरि ने भी घटना की कड़े शब्दों में निंदा किया।
शांति मार्च में रोटरी क्लब के पूर्व अध्यक्ष एस. एल. चंदवानी, संजय सबरवाल, विमल तलरेजा, उमेश सिकरिया, आर. के. सोनी, सचिव विवेक सिंह, विनीता राजपाल, स्मृति सिंह, पल्लवी राजवानी, मीता श्रीवास्तव, नीतू चतुर्वेदी, निशा सिंह, उमेश अग्रवाल, राजेश वर्मा, रचित मुरारका सहित अनेकों पदाधिकारियों ने शांति मार्च में शामिल होने के बाद शहीद चौक पर कैंडल जला कर विरोध जताया।