औरैया पुलिस व सर्विलांस/एसओजी की संयुक्त टीम द्वारा फर्जी कॉल कर आत्महत्या के लिए उकसाने वाले 02 साइबर ठगों सहित 01 नाबालिक गिरफ्तार
“मोबाइल फोन पर अश्लील सामग्री देखने को लेकर ब्लैकमेलिंग करने वाला गैंग पकड़ा गया”
टेन न्यूज़ !! २३ नवम्बर २०२५ !! ब्यूरो चीफ रामजी पोरवाल, औरैया
अपर पुलिस महानिदेशक कानपुर व पुलिस उपमहानिरीक्षक कानपुर परिक्षेत्र,कानपुर द्वारा अपराध एवं अपराधियो पर नियंत्रण हेतु चलाये जा रहे अभियान के क्रम में पुलिस अधीक्षक औरैया के निर्देशन में व अपर पुलिस अधीक्षक व क्षेत्राधिकारी नगर के कुशल पर्यवेक्षण में “मोबाइल फोन पर अश्लील सामग्री देखने को लेकर ब्लैकमेलिंग करने वाला गैंग पुलिस ने पकड़ा है,
कोतवाली औरैया पर दिनांक 18.11.2025 को तहरीरी सूचना मिली कि थाना कोतवाली क्षेत्रान्तर्गत अनुराधा त्रिपाठी इण्टर कॉलेज खानपुर रोड के पास रहने वाले श्री अनुराज पुत्र अविनीन्द्र कुमार उर्फ दीपक कटियार ने अपने घर में फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।
मृतक के परिजनों द्वारा बताया गया कि मृतक को पिछले कुछ दिनों से अज्ञात नंबरों से फोन आ रहे थे, जिसमें कॉल करने वाला खुद को “साइबर क्राइम ब्रांच, लखनऊ” का अधिकारी बताकर यह कह रहा था कि उनके खिलाफ मोबाइल फोन पर अश्लील सामग्री देखने के आरोप में मुकदमा दर्ज हो गया है और उन्हें तुरंत गिरफ्तार करने पुलिस आ रही है। डराने-धमकाने के बाद पैसे देकर मामला “सेटल” करने का दबाव बनाया जा रहा था। सामाजिक प्रतिष्ठा खराब होने के डर एवं लगातार मानसिक प्रताड़ना से आहत होकर अनुराज ने आत्महत्या कर ली।
परिजनों की तहरीर पर थाना कोतवाली औरैया में मु0अ0सं0 853/2025 धारा 108 बीएनएस अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया। उच्चाधिकारीयों के निर्देश पर गठित विशेष टीम ने त्वरित कार्यवाही करते हुए तकनीकी एवं मैनुअल साक्ष्यों के आधार पर मुखबिर की सूचना पर 02 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर 01 बाल अपचारी को पुलिस अभिरक्षा में लिया गया है ।
गिरफ्तार अभियुक्तगढ़
नरेन्द्र सिंह पुत्र किशनपाल निवासी मंगोलपुर थाना गजनेर जनपद कानपुर देहात उम्र करीब 28 वर्ष,
लालसिंह पुत्र नत्थू निवासी मंगोलपुर थाना गजनेर जनपद कानपुर देहात उम्र करीब 40 वर्ष, व एक
बाल अपचारी
पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वे लोग भोलेभाले लोगों को टारगेट करते थे। पहले रैंडम नंबरों पर कॉल करके खुद को पुलिस अधिकारी बताते थे और “अश्लील वीडियो देखने” का झूठा आरोप लगाकर डराते थे। उसके बाद सामाजिक बदनामी का डर दिखाकर पैसे ऐँठते थे। इस गिरोह ने अब तक कई लोगों को ठगने की बात स्वीकार की है ।
पूछताछ एवं बरामदगी के आधार पर उक्त अभियोग में धारा 318(4)/338/366(3)/340(2)/317(2) बीएनएस व 66(C)/66(D) आईटी एक्ट की बढोत्तरी कर अग्रिम विधिक कार्यवाही प्रचलित है, उल्लेखनीय है कि उक्त अभियुक्तगण से प्राप्त मोबाइलो के IMEI नम्बरो के विश्लेषण से ज्ञात हुआ है कि उक्त के द्वारा 03 मोबाइलों में कुल 23 सिम कार्ड(Jio/Voda/airtel) का ब्लैकमेलिंग/ठगी करने मे प्रयोग किया गया है जिनके विरूद्ध NCRP पोर्टल पर विभिन्न राज्यों (छत्तीसगढ़,महाराष्ट्र,झारखण्ड)/जनपदों (मिर्जापुर
गोरखपुर,देवरिया आदि) में लगभग 10 शिकायते दर्ज है जिसके संबंध मे अग्रिम विधिक कार्यवाही प्रचलित है। उक्त अभियुक्तों से पांच अदद मोबाइल फोन (03 एन्ड्रोइड, 02 कीपैड)
तीन अदद फर्जी पुलिस परिचय पत्र,
अपराध से अर्जित 12300/- रूपये नगद,
कुल पांच अदद सिम कार्ड,
दो पेन कार्ड (अभि0 लाल सिंह जिनमें अभि0 के पिता के नाम अलग-अलग हैं ।)
औरैया पुलिस द्वारा समस्त जनता से अपील की गई है कि कोई भी अज्ञात व्यक्ति फोन पर खुद को पुलिस या कोर्ट का अधिकारी बताकर पैसे माँगे या धमकी दे तो तुरंत नजदीकी थाने या साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर सूचना दें। ऐसे कॉल्स पर कभी भी विश्वास न करें और न ही कोई पैसा ट्रांसफर करें ।l







