मेडिकल कॉलेज के दो छात्रों ने उठाया सराहनीय कदम, जिंदगी और मौत के बीच सांसे लेता सड़क पर पड़े व्यक्ति के लिए बने मसीहा, हॉस्पिटल में भर्ती कराया
टेन न्यूज।। 18 अगस्त 2024 ।। गीता बाजपेई ब्यूरो, नोएडा/हरदोई
जिला हरदोई स्थित तहसील शाहाबाद सांडी रोड स्थित भीलपुरचौराहा की यह घटना है, घटना 17 अगस्त रात के 9:00 बजे की है।
नारायणा मेडिकल कॉलेज के दो छात्र कॉलेज में छुट्टी होने के कारण घर आ रहे थे, इसी बीच जिला हरदोई स्थित तहसील शाहाबाद सांडी रोड के पास गाय से टक्कर खाकर एक व्यक्ति बाइक के द्वारा काफी दूर तक खींचता चला गया, वह बेहद लहू लोहान हो गया था उसके सर से काफी खून बह रहा था,
आसपास के लोग एकत्रित हो गएथे लेकिन वे सभी तमाशबिन बने हुए थे, कोई वीडियो बना रहा था तो कोई फोटो खींच रहा था इसी बीच नारायणा मेडिकल कॉलेज के दो छात्र वहां से गुजर रहे थे जब उन्होंने उस व्यक्ति को देखा तो फौरन अपनी बाइक को रोका और इमरजेंसी नंबर 100 पर फोन किया , भरी बरसात होने के बावजूद भी उन्होंने इस बात की परवाह नहीं कि उन्हें अभी काफी दूर जाना है,
वह पुलिस का इंतजार करते रहे,जब पुलिस द्वारा एंबुलेंस एवं पुलिस कर्मचारी वहां पर आ गए तो उन दोनों छात्रों ने उस व्यक्ति पुलिस कर्मचारियों के साथ मिलकर एंबुलेंस में सहारा देकर स्ट्रेचर के द्वारा गाड़ी में पहुंचा दिया है ।
उन छात्रों के घर से बराबर फोन आ रहे थे क्योंकि घर पहुंचने में काफी विलंब हो रहा था पर उसे समय इन छात्रों को एक ही चीज दिखाई दे रही थी कि किस तरह से इस व्यक्ति के जीवन को बचाया जा सके, बाद में फ्री होकर उन्होंने अपने घर वालों को बताया कि वह कहां है ।
घटनास्थल पर वहां खड़े लोगों ने छात्रों से यह भी कहा कि आप लोग क्यों मुसीबत में फस रहे हैं आजकल जो मदद करता है पुलिस उसको ही गवाह बनाती है और कोर्ट के चक्कर लगवाती है , पर इन छात्रों ने इस बात की परवाह नहीं की उन्होंने कहा यह व्यक्ति किसी का भाई है तो किसी का बेटा तो किसी का पति और भी न जाने कितने रिश्तो से जुड़ा होगा यह ,इसके घर वाले इसके घर आने का इंतजार कर रहे होंगे।
अगर हमारी वजह से इसकी जान बच जाती है तो हमें बेहद खुशी होगी और वह अपने काम में लग गए ,इतना ही नहीं एंबुलेंस के जाने के बाद भी यह छात्र जब अपने घर पहुंचे ,तब भी बराबर पुलिस से उस व्यक्ति के बारे में जानकारी लेते रहे। जब इन्हें यह पता चल गया कि वह व्यक्ति अब खतरे से बाहर है तो उन्हें बेहद खुशी हुई। हालांकि पुलिस द्वारा इन छात्रों को यह भी बताया गया कि यह व्यक्ति नशे में भी था एक्सीडेंट होने के कारण उसका फोन भी खराब हो गया था ।
छात्रों ने काफी कोशिश की थी कि उस व्यक्ति के घर वालों को इतला कर सके, लेकिन किसी प्रकार की कोई भी जानकारी उन्हें हासिल नहीं हो सकी। घर आने के बाद भी यह छात्र काफी परेशान थे। सुबह जब वह व्यक्ति होश में आया तो उसी ने अपने घर के बारे में बताया ।
बधाई के पात्र हैं ऐसे भविष्य केडॉक्टर जो अपनी जान की परवाह किए बिना दूसरे के जीवन को बचाने में लग जाते हैं ,काश हमारे देश के हर डॉक्टर इसी तरह से हो जाए तो सड़क पर पड़ा हुआ कोई भी व्यक्ति असहाय होकर मृत्यु को नहीं प्राप्त होगा लेकिन विडंबना यह है कि आज भी हमारे समाज में ऐसे बहुत ही कम लोग हैं।