जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट गांधी सभागार में जले हुये गांव के भू-अभिलेख बनाने, रिकॉर्ड सर्वे एवं गौशालाओं की प्रगति के संबंध में बैठक संपन्न हुई
टेन न्यूज़ !! १७ अगस्त २०२४ !! प्रभाष चन्द्र ब्यूरो, कन्नौज
जिलाधिकारी श्री शुभ्रान्त कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट गांधी सभागार में जले हुये गांव के भू-अभिलेख बनाने, रिकॉर्ड सर्वे एवं गौशालाओं की प्रगति के संबंध में बैठक संपन्न हुई।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि गांवो में रिकॉर्ड सर्वे का कार्य कई वर्षों से चल रहा है लेकिन अभी तक पूरा नही हुआ है। सर्वे के कार्य मे अब कछुआ की चाल चलना छोड़ दें और मछली की तरह चाल चलकर कार्य को शीघ्र पूर्ण करें। ग्राम महाबलीपुर एवं ताजपुर नौकास्त का नोटिफिकेशन आते ही आगे की प्रकिया शीघ्र पूर्ण की जाये। रजिस्टार और कानून गो से रिकॉर्ड लेकर ग्राम जलालपुर अमरा के कार्य में तेजी लाकर नवंबर तक पूर्ण कर लिया जाये।
कास्तकारों का मौके में वेरिफिकेशन करें। कटरी अमीनाबाद में प्रपत्र 8 बनाने का कार्य पूर्ण कर पर्ची खतौनी बनाई जाए। मैप बनाते समय लाइन बनाने पर विशेष ध्यान दें, प्रत्येक कार्य मे सावधानी पूर्वक एक्टिविटी करें।
श्री शुक्ल ने कहा कि 35 जले हुए ग्रामों के अभिलेख बनाए जाने के संबंध में चकबंदी आयुक्त को समय समय से जनकारी अवश्य दें और मैन पावर बढ़ाकर कार्य में तीव्रता लायी जाए। जो कार्य योजना बनाएं उसी के अनुसार समीक्षा करें, कार्य करने में सुविधा होगी। सीनियर ऑफिसर को लगातार सुपरवाइज करना पड़ेगा और पब्लिक को विश्वास में लेकर ही कार्य करना होगा। छोटे-छोटे टारगेट बनाएं जिससे कार्य करने में किसी प्रकार की समस्या न हो और कार्य को आसानी से कर सके।तहसील तिर्वा में जले हुए गांवो में भी अभिलेख बनाए जाने का कार्य शुरू कर दिया जाए।
एक बात का ध्यान अवश्य दें कि किसी के साथ किसी भी प्रकार से कार्य गलत नही होना चाहिये। अपने कार्यों के प्रति संवेदनशील होकर कार्य करें। निर्देश दिए कि 5 वर्ष से पुराने मुकदमों का निस्तारण शीघ्र से शीघ्र किया जाए, यह शासन की प्राथमिकताओं में से एक है।
डीएम ने कहा कि जिस ग्रामीण क्षेत्र में निराश्रित गोवंश फसल को नुकसान कर रहे हैं, सूचना दें, निश्चित ही उन्हें पकड़ कर गौशालाओं में संरक्षित किया जाएगा। अब किसानों को निराश्रित गोवंशों की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने निर्देश दिए कि निर्माणधीन गौशालाओं का कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाए। जब गौशालाओं की संख्या बढ़ेगी तो निश्चित रूप से गोवंश इधर-उधर नहीं दिखेंगे। जनपद में गौशालाओं की कमी नहीं है, गोवंशों की देख रेख के लिए सरकार पैसा दे रही है, किसी प्रकार की कमी नहीं होना चाहिये। जिन गौशालाओं में गोवंशों की संख्या ज्यादा है दूसरे गौशालाओं में शिफ्ट किया जाए। प्रोफेशनली होकर कार्य करें।
फसल बुवाई के समय गौशालाओं से गोबर खाद्य विक्रय की जाए, यह खाद्य फसल और खेती के लिए बहुत ही उपयोगी होती है। उन्होंने खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए की नंदी गौशालाओं को बनाये जाने पर भी ध्यान दिया जाए और जहां नंदी गौशालाएं बनाई जाएं स्पेस ज्यादा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हरे चारे की बुवाई हेतु चिन्हित जमीन 92.41 हे0 के सापेक्ष 55.58 हे0 में ही हरे चारे की बुवाई की गई है। अभी समय सही है ज्यादा से ज्यादा नैपियर घास/ हरे चारे की बुवाई की जाए जिससे आने वाले समय में भूसे की कमी न होने पाए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्री राम कृपाल चौधरी, अपर जिलाधिकारी(न्यायिक)श्री देवेन्द्र सिंह,प्रशिक्षु आई0 ए0 एस0 सुश्री स्मृति मिश्रा सहित संबंधित अधिकारीगण एवं कर्मचारी उपस्थित थे।