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शाहजहांपुर में राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न प्रकृति के कुल 59624 वादों का निस्तारण किया गया
पारिवारिक न्यायालय षाहजहाॅपुर द्वारा 08 वैवाहिक जोड़ों के मध्य विवाद सुलझाते हुये उन्हे साथ रहने हेतु विदा किया।
लोक अदालत में 04 पुराने वादों का भी निस्तारण किया गया जिसमें प्राचीनतम श्रेणी के वादों में सुश्री निधि माधव कुरिल सिविल जज जू0 डि0/एफ0टी0सी0 कोर्ट संख्या 41 द्वारा वर्श 1992 का एक वाद, व वर्श 1999 का 01 वाद तथा मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती ज्योति अग्रवाल द्वारा वर्श 1997 का एक वाद व सिविल जज सी0 डि0 श्रीमती प्रियंका सिंह द्वारा वर्श 2003 का एक वाद का निस्तारण किया गया।
जिला कारागार के बंदीगण, राजकीय बालगृह बालक व राजकीय सम्प्रेक्षण गृह पिपरौला के (किषोंरों) द्वारा जनपद न्यायालय षाहजहाॅपुर में प्रर्दषनी लगाई गयी।
टेन न्यूज़ !! १५ सितम्बर २०२४ !! डीपी सिंह डेस्क@शाहजहांपुर
राश्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के निर्देषानुसार आज दिनांक 14.09.2024 दिन षनिवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण षाहजहाॅपुर के तत्वाधान में दीवानी न्यायालय षाहजहाॅपुर परिसर में राश्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन माननीय जनपद न्यायाधीष महोदय श्री भानु देव षर्मा की अध्यक्षता में किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री पीयूश तिवारी, द्वारा जानकारी दी गई कि राश्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न प्रकृति के कुल 59624 वादों का निस्तारण हुआ। इसमें विभिन्न न्यायालयों में विचाराधीन कुल 33653 वादो के निस्तारण उपरान्त 45031984/-रू0 धनराषि का जुर्माना वसूल किया गया।
इसके अतिरिक्त राजस्व न्यायालय द्वारा 22056 राजस्व वादों का निस्तारण किया गया। आॅनलाइन चालानी से सम्बन्धित 3140 मामलों का निस्तारण कराते हुये कुल 1417500 रू0 षमन षुल्क वसूल किया गया। इसके अतिरिक्त विभिन्न बैकों के लोन रिकवरी से सम्बन्धित 770 प्री-लिटिगेषन वादों का निस्तारण कराते हुये कुल 64291000/- रू0 धनराषि के ऋण खातों का समझौता कराया गया। सचिव द्वारा यह भी जानकारी दी गई कि इस बार की लोक अदालत में 20 वर्श से अधिक पुराने 03 वाद व 30 वर्श की अवधि से पुराने 01 वाद का निस्तारण न्यायालयों द्वारा किया गया।
न्यायालय में विचाराधीन वादों में जनपद एवं सत्र न्यायाधीष षाहजहाॅपुर श्री भानु देव षर्मा द्वारा 01 वाद का निस्तारण किया गया। मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के पीठासीन अधिकारी श्री रूपेष रंजन द्वारा कुल 80 वादों का निस्तारण कर अंकन 361,58,000 प्रतिकर के रूप में दिलाये जाने का आदेष पारित किया गया। श्री सुनील कुमार श्रीवास्तवए प्रधान न्यायाधीष परिवार न्यायालय द्वारा 50 वैवाहिक वादों तथा अपर प्रधान न्यायाधीष महोदया द्वारा 07 वादों का निस्तारण किया गया। श्रीमती नेहा आनन्द अपर जिला जज ई0सी0 एक्ट द्वारा 215 विद्युत वादों का निस्तारण कर 1000/- अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये जाने का आदेष किया गया। फौजदारी न्यायालयों में सर्वाधिक वादों का निस्तारण श्रीमती ज्योति अग्रवाल, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा किया गया।
उनके द्वारा सर्वाधिक कुल 17197 आपराधिक वादों का निस्तारण करते हुये कुल 171400/-धनराषि का जुर्माना वसूल किया। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम, सुश्री प्रतिभा प्रथम, द्वारा 1362, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट तृतीय, श्रीमती गरिमा सिंह द्वारा 1541, श्री मनीश कुमार सिंह अपर सिविल जज सी0डि0 द्वारा 2220, सिविल जज जू0 डि0 पुवायाॅ, श्री पारस यादव द्वारा 1933, अपर सिविल जज जू0 डि0 श्री अम्वेष कुमार पाण्डेय द्वारा 2113, न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय सुश्री वर्तिका पटेल द्वारा 1575, अपर सिविल जज जू0 डि0 तिलहर श्री प्रमोद कुमार पाल द्वारा 1320, सिविल जज जू0 डि0/एफ0टी0सी0 सुश्री निधि माधव कुरिल द्वारा 1019 वादों का निस्तारण किया गया। इसके अतिरिक्त समस्त न्यायिक अधिकारीगण ने अपने अपने न्यायालय में विभिन्न प्रकार के वादों का निस्तारण किया गया।
इसके पूर्व राश्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री भानु देव षर्मा, जिला एवं सत्र न्यायाधीष षाहजहाॅपुर द्वारा श्री रूपेष रंजन, पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण, श्री सुनील कुमार श्रीवास्तव, प्रधान न्यायाधीष परिवार न्यायालय, श्री सुदीप कुमार जायसवाल अपर जिला जज/नोडल अधिकारी राश्ट्रीय लोक अदालत साथ मिलकर अन्य न्यायिक अधिकारीगण, बैंक अधिकारीगण, अधिवक्तागण व कर्मचारीगण की उपस्थिति में माॅ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर प्रातः 10 बजे किया गया। उद्घाटन कार्यक्रम का संचालन अपर जिला एंव सत्र न्यायाधीष/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण षाहजहाॅपुर श्री पीयूश तिवारी द्वारा किया गया।
उद्घाटन समारोह के उपरांत जिला एवं सत्र न्यायाधीष द्वारा उद्घाटन समारोह में उपस्थित अधिकारीगण को सम्बोधित करते हुये जनपद एवं सत्र न्यायाधीष द्वारा लोक अदालत का महत्व व उद्देष्य साझा किया व सभी को अधिकाधिक संख्या में वादों के निस्तारण हेतु प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर उनके द्वारा सभी को राश्ट्रीय हिन्दी दिवस की षुभकामनाए देते हुये आधिकारिक षर्तों में अधिक से अधिक हिन्दी भाशा का प्रयोग किये जाने पर बल दिया गया। कार्यक्रम को पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण, षाहजहाॅपुर श्री रूपेष रंजन,
प्रधान न्यायाधीष, परिवार न्यायालय षाहजहाॅपुर श्री सुनील कुमार श्रीवास्तव व अपर जिला जज/नोडल अधिकारी, लोक अदालत श्री सुदीप जायसवाल द्वारा भी संबोधित किया गया। इस अवसर पर चीफ एल0ए0डी0सी0एस0 श्री दिनेष कुमार मिश्रा द्वारा हिन्दी भाशा की महत्ता पर काव्य पाठ किया गया।
राश्ट्रीय लोक अदालत में जिला कारागार षाहजहाॅपुर के बंदीगण तथा राजकीय बालगृह (बालक) षाहजहाॅपुर व राजकीय सम्प्रेक्षण गृह (किषोरों) षाहजहाॅपुर में निवासरित बालकों द्वारा तैयार किये गये विभिन्न उत्पादों की प्रर्दषनी का फीता काटकर उद्घाटन किया गया। प्रदर्षनी स्थल पर अधिकारीगण का स्वागत श्री मिजाजीलाल, अधीक्षक जिला कारागार षाहजहाॅपुर, श्री रामविनय, प्रभारी अधीक्षक, बालगृह षाहजहाॅपुर व सुधीर अधीक्षक, राजकीय सम्प्रेक्षण गृह षाहजहाॅपुर द्वारा पुश्प भेंट कर किया गया।
प्रर्दषनी व स्टाल में कारागार के बंदियों द्वारा तैयार कपड़े, बैग, पेन्टिग, बेकरी उत्पाद, पूजा उत्पाद व गमले प्रदर्षित किये गये। राजकीय बालगृह बालक के बच्चों द्वारा गुलदस्ता, गणेष जी मूर्ति, चिड़िया, षीषा बड़े सिनरी मेजपोष आदि के स्टाॅल लगाये गये। इसके अतिरिक्त राजकीय संपे्रक्षण गृह में निरूद्ध किषोरों द्वारा तैयार माॅडल व सजावटी सामान प्रदर्षित किया गया।
स्टाल में प्रदर्षित समानों को उपस्थित समस्त न्यायिक अधिकारीगण व अन्य लोगों द्वारा सराहना की गयी। तथा इस अवसर पर इच्छुक व्यक्तियों द्वारा प्रर्दषित उत्पादों को क्रय भी किया गया। जनपद न्यायाधीष षाहजहाॅपुर द्वारा बंदियों, बच्चों व किषोरों द्वारा बनाये गये उत्पादों की सराहना की व भविश्य में भी इस तरह के उत्क्रम करने हेतु विधिक सेवा प्राधिकरण षाहजहाॅपुर को निर्देषित किया। राश्ट्रीय लोक अदालत में एस0एस0 विधि कालेज के छात्र-छात्राओं द्वारा भी प्रवक्ता श्री अनिल षाह के मार्गदर्षन में प्रतिभाग किया गया जहाॅ उन्होने लोक अदालत की कार्य प्रणाली के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की।
इस राश्ट्रीय लोक अदालत में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण षाहजहाॅपुर के समस्त स्टाॅफ व नजारत अनुभाग का विषेश सहयोग रहा।