जिलाधिकारी ज्ञानेन्द्र सिंह का औचक निरीक्षण, उद्योग केन्द्र कर्मियों को मिली कड़ी चेतावनी
टेन न्यूज़ !! २१ सितम्बर २०२५ !! रामचंद्र सक्सेना ब्यूरो, पीलीभीत।
जिलाधिकारी ज्ञानेन्द्र सिंह ने शनिवार को जिला उद्योग प्रोत्साहन एवं उद्यमिता विकास केन्द्र का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने दस्तावेजों, उपस्थिति पंजिका और कार्यालय प्रबंध की बारीकी से समीक्षा की।
इस दौरान उपायुक्त उद्योग संजय कुमार और सीएम युवा फेलो पंकज कुमार शर्मा अनुपस्थित पाए गए, जिनसे जिलाधिकारी ने स्पष्टीकरण तलब किया। वहीं, प्रधान सहायक सीमा शंकर की सम्बद्धता निरस्त करने के आदेश भी दिए।
योजनाओं की समीक्षा और सख्त निर्देश
जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, ओडीओपी, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान और विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना से संबंधित फाइलों का अवलोकन किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि लाभार्थियों तक योजनाओं का लाभ पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से पहुँचना चाहिए।
मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिए गए कि अस्वीकृत आवेदनों के कारणों की जांच कराई जाए, ताकि genuine आवेदकों को योजनाओं का अवसर मिल सके।
“विकसित उत्तर प्रदेश 2047” में उद्योग की अहम भूमिका
डीएम ने कहा कि “विकसित उत्तर प्रदेश 2047” का लक्ष्य तभी हासिल होगा जब जिला उद्योग केंद्र पूरी जिम्मेदारी से कार्य करेगा।” उन्होंने कर्मचारियों से स्पष्ट शब्दों में कहा कि उद्योग केन्द्र आने वाले लाभार्थियों को संपूर्ण जानकारी और सही मार्गदर्शन दिया जाए।
लाभार्थियों को सामग्री की उपलब्धता, उत्पादन, बैंकिंग प्रक्रिया, ऋण लेने और प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कराने में हर संभव मदद की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी अधिकारी पर रिश्वत लेने का आरोप सिद्ध हुआ, तो सीधे जिलाधिकारी से संपर्क किया जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।
पीलीभीत जिला ब्यूरो चीफ – रामचंद्र सक्सेना