अल्लाह की बेशुमार रहमतों से हर साल हम लोगों को फाइजयाब करता है : हज़रत सैय्यद आदिल महमूद कलीमी
टेन न्यूज़ !! १२ मार्च २०२५ !! पप्पू अंसारी, मीरानपुर कटरा/शाहजहांपुर
रमज़ानुल मुबारक बोह मुतबर्र्क व मुकद्दस महीना है। जो अल्लाह की बेशुमार रहमतों से हर साल हम लोगों को फाइजयाब करता है। रमज़ान शरीफ़ के फजायल इतने ज्यादा हैं।कि!मैं उनको लिखने में असमर्थ हुँ।
हुजूर पाक सल0अ0 ने फ़रमाया कि!मैं उस शख्स के साथ बख्शीश का वायदा कर रहा हूँ!जिसने रमजान शरीफ़ के रोज़े ईमान की हालत में सबाब की नीयत से रखे।अल्लाह उसके गुजिश्ता गुनाहों को माफ़ कर देगा।
रोज़ा इस्लाम का एक अहम अरकान है। जिसका इन्कार करने बाला इस्लाम से खारिज़ हो जाता है। कुरआन शरीफ़ में इरशाद ए रब्बानी है। कि! ऐ ईमान बालो तुम पर रोज़े फ़र्ज़ कर दिए गए हैं। जिस तरह तुम से पहले की उम्मतों पर फ़र्ज़ किए गए थे।ताकि! तुम नेक परहेज़गार बन जाओ।
चुनाँचे हमें चाहिए कि!जब अल्लाह ताला हमें सआदत आता फरमाए कि! हम सेहत की हालत में रमज़ानुल मुबारक को पाएं और कोई सफ़र भी दरपेश न हो तो पूरे अदब ओ एहतराम के साथ रोज़े रखें। और रोज़े की बरकत को हासिल करने केलिए दिन भर ऐसा तर्ज़ ए अमल अख्तियार करें।जो तकबा के तकाजे पर खरा उतरे।
अगर तकबे के तक़ाज़ों को मल्हूज न रखा जाए तो ऐसे रोज़े रखने का कोई फ़ायदा नहीं।भूखा प्यासा रहना ही रोज़े का नाम नहीं है। ख़ानक़ाह ए कलीमीया मीरानपुर कटरा में शुक्रवार को जुमा की नवाज 2 बजे अदा की जाएगी !
हज़रत सैय्यद आदिल महमूद कलीमी चिश्ती क़ादरी सज्जादानशीन ख़ानक़ाह ए कलीमीया मीरानपुर कटरा जिला शाहजहांपुर (उ,प्र)