शाहजहाँपुर जेल में पहली बार जेल के अंदर रामलीला का भव्य मंचन
टेन न्यूज़ !! ०३ अक्टूबर २०२५ !! रिपोर्ट : डीपी सिंह@डेस्क न्यूज़, लोकेशन : शाहजहांपुर
शाहजहाँपुर जिले के इतिहास में यह पहला अवसर था जब शाहजहाँपुर जेल के अंदर रामलीला का भव्य मंचन किया गया। 1870 में ब्रिटिश शासन के दौरान स्थापित इस जेल में बंदियों के स्वास्थ्य, मनोरंजन और मानसिक तनाव दूर करने के उद्देश्य से यह विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अवसर पर आदर्श दिव्यांग कल्याण समिति के अध्यक्ष हरि शरण बाजपेई और नीरज बाजपेई के सौजन्य से नव कल चेतना परिषद के कलाकारों ने जेल में गुप्त कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में सीता स्वयंवर, परशुराम-लक्ष्मण संवाद और धनुष भंग की कथा का सजीव चित्रण किया गया। कलाकारों की उत्कृष्ट प्रस्तुति ने उपस्थित सभी बंदियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक मिजाजी लाल ने रामलीला मंचन के बाद सभी कलाकारों और व्यवस्थापकों को सम्मानित किया तथा हरि शरण बाजपेई, नीरज बाजपेई और नव कल चेतना परिषद के कलाकारों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम बंदियों के मानसिक स्वास्थ्य और सकारात्मक वातावरण के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
कार्यक्रम में शामिल बंदियों ने जेल प्रशासन और विशेष रूप से वरिष्ठ जेल अधीक्षक मिजाजी लाल का आभार प्रकट किया। बंदियों का कहना था कि जेल में रामलीला देखने का यह अवसर उनके लिए अत्यंत सुखद और अनमोल रहा, क्योंकि बाहर चल रही रामलीला के मंचन का आनंद जेल में रहकर उन्हें पहले कभी नहीं मिल पाया।
इस कार्यक्रम ने न केवल बंदियों के चेहरों पर मुस्कान लाई, बल्कि जेल के वातावरण में भी बदलाव देखा गया। वरिष्ठ जेल अधीक्षक मिजाजी लाल की पहल और बंदियों के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण ने जेल के माहौल को और सकारात्मक बना दिया। टेन न्यूज़ के लिए शाहजहांपुर डेस्क रिपोर्ट