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अवैध कब्जों से मिट रहा तालाबों का अस्तित्व वर्षा जल संरक्षण प्रभावित, गांवों का जल निकासी बंद होने से मामूली बारिश में होता है जल भराव

By Ten News One Desk

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अवैध कब्जों से मिट रहा तालाबों का अस्तित्व वर्षा जल संरक्षण प्रभावित, गांवों का जल निकासी बंद होने से मामूली बारिश में होता है जल भराव



टेन न्यूज़ !! ०४ जुलाई २०२५ !! ब्यूरो चीफ रामजी पोरवाल, औरैया।


बिधूना तहसील क्षेत्र में अधिकांश गांवों में स्थित तमाम सरकारी तालाबों पर दबंगों द्वारा अवैध रूप से कब्जा जमा लिए गये हैं। जिसके चलते तमाम तालाबों का अस्तित्व मिटने से गांवों का जल निकास प्रभावित होने से गांवों में मामूली सी बारिश में ही जल भराव की गंभीर समस्या उत्पन्न हो रही है।

जिससे हाय तौबा मची हुई है, वही वर्षा जल संरक्षण के अभाव में जहां गांवों में भूगर्भ जलस्तर तेजी से नीचे गिर रहा है, वहीं मौजूदा तालाब भी अक्सर सूखे पड़े नजर आने से पशु पक्षियों को प्यास बुझाने के लिए भारी दिक्कतें उठानी पड़ती है। हालांकि जिलाधिकारी डॉ इंद्रमणि त्रिपाठी द्वारा तमाम तालाबों को अवैध कब्जे से मुक्त भी कराया जा चुका है।

बिधूना तहसील क्षेत्र में अधिकांश सरकारी तालाबों पर दबंगों द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया है जिससे तमाम गांवों में ज्यादातर तालाबों का अस्तित्व ही मिटा नजर आ रहा है। तालाब पट जाने से गांवों का जल निकास भी प्रभावित हो रहा है वहीं मामूली सी बारिश में गांवों में उत्पन्न हो रही जल भराव की समस्या से लोगों को भारी दिक्कतें उठानी पड़ रही है।

अधिकांश तालाबों का अस्तित्व मिटने से वर्षा जल संरक्षण भी नहीं हो पा रहा है जिसके चलते लगातार भूगर्भ जल स्तर में गिरावट आने से लोगों को पेयजल के लिए भी दिक्कतें उठानी पड़ती है वहीं मौजूद तालाब भी अक्सर सूखे पड़े रहने के कारण खासकर पशु पक्षियों को प्यास बुझाने के लिए भारी दिक्कतें उठानी पड़ती है।

हालांकि जिलाधिकारी डॉ इंद्रमणि त्रिपाठी द्वारा तमाम सरकारी तालाबों पर किए गए अवैध कब्जे हटवाए भी जा चुके हैं वहीं कुछ तथाकथित दबंग तालाबों पर आज तक भी अवैध कब्जे किए नजर आ रहे हैं जिससे तालाबों पर हुए अवैध कब्जे गांवों में जल भराव की समस्या के लिए जिम्मेदार बन रहे है।

आलम यह है कि मामूली बारिश में ही गांव की गलियां व सार्वजनिक स्थान जल भराव के कारण तालाबों के रूप में तब्दील होते नजर आ रहे हैं वहीं कीचड़ और जल भराव के कारण पनप रही गंदगी से संक्रामक बीमारियों की भी संभावना से लोग परेशान हो रहे हैं।

अवैध कब्जों से मिट रहा तालाबों का अस्तित्व वर्षा जल संरक्षण प्रभावित, गांवों का जल निकासी बंद होने से मामूली बारिश में होता है जल भराव

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टेन न्यूज़ !! ०४ जुलाई २०२५ !! ब्यूरो चीफ रामजी पोरवाल, औरैया।


बिधूना तहसील क्षेत्र में अधिकांश गांवों में स्थित तमाम सरकारी तालाबों पर दबंगों द्वारा अवैध रूप से कब्जा जमा लिए गये हैं। जिसके चलते तमाम तालाबों का अस्तित्व मिटने से गांवों का जल निकास प्रभावित होने से गांवों में मामूली सी बारिश में ही जल भराव की गंभीर समस्या उत्पन्न हो रही है।

जिससे हाय तौबा मची हुई है, वही वर्षा जल संरक्षण के अभाव में जहां गांवों में भूगर्भ जलस्तर तेजी से नीचे गिर रहा है, वहीं मौजूदा तालाब भी अक्सर सूखे पड़े नजर आने से पशु पक्षियों को प्यास बुझाने के लिए भारी दिक्कतें उठानी पड़ती है। हालांकि जिलाधिकारी डॉ इंद्रमणि त्रिपाठी द्वारा तमाम तालाबों को अवैध कब्जे से मुक्त भी कराया जा चुका है।

बिधूना तहसील क्षेत्र में अधिकांश सरकारी तालाबों पर दबंगों द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया है जिससे तमाम गांवों में ज्यादातर तालाबों का अस्तित्व ही मिटा नजर आ रहा है। तालाब पट जाने से गांवों का जल निकास भी प्रभावित हो रहा है वहीं मामूली सी बारिश में गांवों में उत्पन्न हो रही जल भराव की समस्या से लोगों को भारी दिक्कतें उठानी पड़ रही है।

अधिकांश तालाबों का अस्तित्व मिटने से वर्षा जल संरक्षण भी नहीं हो पा रहा है जिसके चलते लगातार भूगर्भ जल स्तर में गिरावट आने से लोगों को पेयजल के लिए भी दिक्कतें उठानी पड़ती है वहीं मौजूद तालाब भी अक्सर सूखे पड़े रहने के कारण खासकर पशु पक्षियों को प्यास बुझाने के लिए भारी दिक्कतें उठानी पड़ती है।

हालांकि जिलाधिकारी डॉ इंद्रमणि त्रिपाठी द्वारा तमाम सरकारी तालाबों पर किए गए अवैध कब्जे हटवाए भी जा चुके हैं वहीं कुछ तथाकथित दबंग तालाबों पर आज तक भी अवैध कब्जे किए नजर आ रहे हैं जिससे तालाबों पर हुए अवैध कब्जे गांवों में जल भराव की समस्या के लिए जिम्मेदार बन रहे है।

आलम यह है कि मामूली बारिश में ही गांव की गलियां व सार्वजनिक स्थान जल भराव के कारण तालाबों के रूप में तब्दील होते नजर आ रहे हैं वहीं कीचड़ और जल भराव के कारण पनप रही गंदगी से संक्रामक बीमारियों की भी संभावना से लोग परेशान हो रहे हैं।

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