जेल में लोहड़ी का त्यौहार बड़े ही धूमधाम से मनाया गया, कारागार में निरुद्ध सिक्ख समाज के बंदियों ने लिया बढ़चढ़कर हिस्सा
टेन न्यूज़ !! १४ जनवरी २०२४ !! अमुक सक्सेना, तिलहर/शाहजहांपुर
शाहजहांपुर आज जेल में लोहड़ी का त्यौहार बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। जिसमें कारागार में निरुद्ध सिक्ख समाज के बंदियों ने बढ़ चढ़ कर के हिस्सा लिया। साथ ही साथ अन्य बंदियों के द्वारा भी उनका साथ दिया।
उक्त कार्यक्रम पंजाबी सिख समाज, शाहजहांपुर के सौजन्य से आयोजित किया गया। जिसमें राजू बग्गा, बलजीत सिंह, टोनी मोगा, मनमीत सिंह, जगमोहन सिंह, बिट्टू बजाज, रिदम, जनमीत कौर ,रविंदर कौर ,मनजीत कौर ,जसपाल कौर, परमजीत कौर, देवजोत कौर, हरचरण सिंह एवं रुखसार हुसैन आदि के द्वारा भाग लिया गया।
पंजाबी सिख समाज के द्वारा सभी बंदियों हेतु लोहड़ी पर शुभ माने जाने वाला रेवड़ी, मूंगफली, मक्के के फूले आदि की व्यवस्था की गई। सभी के द्वारा खुशी-खुशी भांगड़ा नृत्य किया गया। जिसमें कारागार में निरुद्ध महिला बंदियों ने भी भाग लिया।
लोहड़ी का त्योहार हर साल 13 जनवरी को बड़े उत्साह और धूमधाम से मनाया जाता है. मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली में इसे बड़ ही धूमधाम से मनाया जाता है. लोहड़ी का त्योहार फसल की कटाई और बुआई की खुशी में मनाया जाता है.
लोहड़ी की संध्या को लोग लकड़ी जलाकर अग्नि के चारों ओर चक्कर काटते हुए नाचते-गाते हैं और आग में रेवड़ी, मूंगफली, खील, मक्की के दानों की आहुति देते हैं। अग्नि की परिक्रमा करते और आग के चारों ओर बैठकर लोग आग सेंकते हैं। इस दौरान रेवड़ी, खील, गज्जक, मक्का खाने का आनंद लेते हैं।
लोहड़ी के दिन विशेष पकवान बनते हैं जिसमें गजक, रेवड़ी, मुंगफली, तिल-गुड़ के लड्डू, मक्का की रोटी और सरसों का साग प्रमुख होते हैं। लोहड़ी से कुछ दिन पहले से ही छोटे बच्चे लोहड़ी के गीत गाकर नृत्य करते हैं।
कारागार में भी सभी त्योहारों की भांति लोहड़ी का त्यौहार भी इसी पर परिप्रेक्ष्य में धूमधाम से मनाया गया। जिसमें कारागार के अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा भी खुशी-खुशी भाग दिया गया।