जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में समस्त विकास खण्डों में निर्मित/निर्माणाधीन गोवंश आश्रय स्थलों की प्रगति और भूसा क्रय किए जाने के संबंध में समीक्षा बैठक संपन्न हुई
टेन न्यूज़ !! २५ मई २०२४ !! प्रभाष चन्द्र ब्यूरो, कन्नौज
जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट गांधी सभागार में समस्त विकास खण्डों में निर्मित/निर्माणाधीन गोवंश आश्रय स्थलों की प्रगति और भूसा क्रय किए जाने के संबंध में समीक्षा बैठक संपन्न हुई।
उन्होंने कहा कि जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में 145 अ0गौ0आ0स्थ0 में 7159 संरक्षित गोवंश, 03 वृहद गौसंरक्षण केंद्र में 768 संरक्षित गोवंश, 01 कांजी हाउस में 14 संरक्षित गोवंश एवं नगरी क्षेत्र में
06 अ0गौ0आ0स्थ0 में 307 संरक्षित गोवंश, 02 कान्हा उपवन में 775 संरक्षित गोवंश और 04 पंजीकृत गौशाला में 430 संरक्षित गोवंश, 01अपंजीकृत गौशाला में 54 संरक्षित गोवंश हैं। कुल 162 गौशालाओं में 9507 संरक्षित गोवंश हैं।
उन्होंने कहा कि तापमान बढ़ गया है आगे आने वाले समय में और बढ़ने की संभावना है, को दृष्टिगत रखते हुए सभी गौशालाओं में पेयजल और छाया की व्यवस्था पूर्ण रूप से होना चाहिए। प्रत्येक खंड विकास अधिकारी एवं पशु चिकित्साधिकारी संयुक्त रूप से अपने विकास के अंतर्गत गोवंश आश्रय स्थल का निरीक्षण प्रतिदिन करें तथा जो भी कमियां पाईं जाए उनके समुचित निदान हेतु आवश्यक व्यवस्थाएं करना सुनिश्चित करें।
समस्त खंड विकास अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक गौवंश आश्रय स्थल में आवश्यकतानुसार पेयजल और छाया आदि की व्यवस्था है कि नहीं, यदि नही है तो सेड का लगाकर छाया की समुचित व्यवस्था की जाए। कहा कि जिन गौशालाओं में गोवंश की संख्या कम है, दूसरी गौशालाओं से गोवंशो को लाकर संरक्षित किया जाए। कहा कि बारिश का मौसम आने वाला है समस्त गोवंश आश्रय स्थलों के चारों तरफ छायादार वृक्षों का रोपण कराना सुनिश्चित किया जाए।
श्री शुक्ल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में भूसा क्रय किए जाने का लक्ष्य 111529.4 कुंतल है। लक्ष्य के सापेक्ष लगभग पूर्ति मात्रा 26799 कुंतल है, अवशेष लक्ष्य की मात्रा 84730.4 कुंतल है। उन्होंने खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए की अभी भूसा क्रय करने का समय सही है, समय रहते भूसा क्रय कर लिया जाए। भूसा स्टॉक पूर्ण होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि नैपियर घास की बुवाई जुलाई माह में की जाती है। नैपियर घास की रोपाई अधिक से अधिक की जाए। जिससे लंबे समय तक हरे चारे की उपलब्धता बनी रहे। एक्शन प्लान बनाकर कार्य करें। सभी चरागाहों में नैपियर घास की रोपाई की जाए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्री रामकृपाल चौधरी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 विनोद कुमार, जिला विकास अधिकारी श्री नरेन्द्र देव द्विवेदी सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।