एसडीएम जीत सिंह की अध्यक्षता में नगर पालिका में विकास कार्यों और अवैध कब्जे सहित अन्य मुद्दों को लेकर सभासदों की बैठक हुई सम्पन्न
टेन न्यूज़ !! १२ फरवरी २०२५ !! अमुक सक्सेना, तिलहर/शाहजहांपुर
नगर पालिका परिषद में एसडीएम ने सभासदों और अध्यक्ष के साथ ही अधिशासी अधिकारी की मौजूदगी में बैठक कर विकास कार्यों और समस्याओं को लेकर चर्चा की।सभासदों ने टेंडरों से संबंधित शिकायत को एसडीएम को दी।
लापरवाही के चलते नगर पालिका प्रशासन को एसडीएम ने लगाई जमकर फटकार।
मंगलवार को एसडीएम जीत सिंह की अध्यक्षता में नगर पालिका में विकास कार्यों और अवैध कब्जे सहित अन्य मुद्दों को लेकर सभासदों की बैठक बुलाई गई थी।
बैठक में एसडीएम के पहुंचने के तत्पश्चात बाद पालिका अध्यक्ष हजारा बेगम और कुछ सभासद पहुंचे जिस पर एसडीएम जीत सिंह राय ने नगर पालिका प्रशासन और अधिशासी अधिकारी से नाराजगी जताते हुए कहा कि बैठक की जानकारी आज सभी सभासदों को क्यों नहीं दी गई।
हालांकि कर्मचारियों द्वारा जानकारी देने की बात कही गई लेकिन मौके पर मौजूद सभासदों ने उनकी बात को सिरे से नाकर दिया। जवाब सुनकर एसडीएम का पारा हाई हो गया उन्होंने कहा कि नगर पालिका परिषद में विकास कार्यों पर चर्चा होनी चाहिए ना की गुटों में बंट कर राजनीति उन्होंने कहा कि इस तरह की लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी
एसडीएम के द्वारा 11 मुद्दों पर विकास कार्यों,सरकारी भूमि से अवैध कब्जे हटवाने,साफ सफाई सहित सभी मुद्दों पर सभासदों को जानकारी देकर उन्हें एक बुकलेट दिलवाई गई जिसके माध्यम से वह आगामी तीन दिनों में अपने क्षेत्र में और भी सुधार के बारे में जानकारी दे सकते हैं।
इसी दौरान कुछ नगर पालिका सभासद और उनके प्रतिनिधियों ने पालिका अध्यक्ष पर अपने क्षेत्र की अनदेखी करने का आरोप लगाया जिसके बाद दोनों पक्षों में नोंक-झोंक होने लगी।पालिका अध्यक्ष ने दो टूक लहजे में कहा कि सभासद उनसे फोन पर अथवा आवास पर आकर बात कर सकते हैं।
एसडीएम ने किसी तरह दोनों पक्षों को समझा कर शांत किया।सभासद संदीप रस्तोगी ने अपने क्षेत्र के अंदर आबादी के बीच में कचरा डाले जाने पर नाराजगी जताई जिस पर समस्या निस्तारण का आश्वासन अधिशासी अधिकारी के द्वारा दिया गया। सभासद दिलीप सक्सेना ने नगर के पूर्वी तिराहे पर दसवां घर सड़क पर होने की समस्या की तरफ एसडीएम का ध्यान आकर्षित किया जिस पर एसडीएम ने लेखपालों को जांच करने का निर्देश दिया है।
एसडीएम ने जहां ऑनलाइन टेंडरों पर सभासदों की शिकायत का कोई सटीक उत्तर नहीं दिया तो वहीं सभासदों ने शिकायत की कॉपी अधिशासी अधिकारी को दे दी।बैठक के दौरान एसडीएम की नाराजगी और सभासदों तथा पालिका अध्यक्ष के बीच हुई नोंकझोंंक मुख्य बिंदु रही।