UP: शाहजहांपुर जिले में इस बजह से ढक दिए गए दर्जनों मस्जिद और मजार, पुलिस अलर्ट, जानिए पूरी बजह ?
टेन न्यूज़ !! ११ मार्च २०२५ !! डीपी सिंह, डेस्क न्यूज़ @शाहजहांपुर
शाहजहांपुर में होली के दिन लाट साहब का जुलूस निकाला जाएगा। इसको लेकर शहर ही 67 मस्जिद-मजारों को तिरपाल से ढका जा रहा है। जिससे उनपर होली का रंग ना पड़े। दरअसल, यहां लाट साहब मतलब अंग्रेजों के शासन के क्रूर अफसर का विरोध स्वरूप में लाट साहब का जुलूस निकाला जाता है। जिनके विरोध में हर साल होली में ये जुलूस निकाला जाता है।
पहले एक युवक को लाट साहब के रूप में चुना जाता है। उसका चेहरा ढक कर उसे जूते की माला पहनाकर बैलगाड़ी पर बैठाकर तय मार्ग पर घुमाया जाता है। इस दौरान लाट साहब पर अबीर-गुलाल के साथ जूते-चप्पल भी फेंके जाते हैं।
यूपी के जनपद शाहजहांपुर में 2 जुलूस शाहजहांपुर में लाट साहब के दो जुलूस निकाले जाते हैं। जिसको छोटे और बड़े लाट साहब के नाम से जाना जाता है।
रास्ते में पड़ने वाली मस्जिदों को तिरपाल से डक दिया गया है। लाट साहब को कोतवाल सलामी देते हैं। चौक से शुरू होता है। इसका रुट करीब 8 किलोमीटर का है। जहां कोतवाल उनको सलामी देकर नेग देते हैं। उसके बाद रोशनगंज, बेरी चौकी, अंटा चौराहा होते हुए थाना सदर बाजार क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद बाबा विश्वनाथ मंदिर तक ले जाकर उसका समापन किया जाता है।
इस दौरान दोनों जुलूसों के रूट के 67 मस्जिद और मजारों को तिरपाल से ढक दिया जाता है। ताकि इस दौरान धार्मिक स्थल पर रंग फेंक कर कोई माहौल को न बिगाड़ सके। अंग्रेजों के शासन के बाद होली पर नवाब का जुलूस निकालने पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
लेकिन लोगों ने जुलूस निकालना बंद नहीं किया। उसके तरीके बदल दिए गए। पहले जो जुलूस उत्सव के रूप में निकाला जाता था। अब उसे अंग्रेजों के विरोध में निकाला जाने लगा। इसका नाम नवाब साहब के जुलूस की जगह लाट साहब का जुलूस कर दिया गया। अंग्रेजों का भारत के लोगों पर बहुत जुल्म था। यही वजह है कि 1947 के बाद से इस जूलूस में हुड़दंगई शामिल हो गई।
अंग्रेजों पर गुस्सा निकालने के लिए लोग कुछ तरह तरह के तरीके अपनाने लगे। लाट साहब को पीटते हुए निकालते हैं। जुलूस इस जुलूस में एक युवक को लाट साहब की उपाधी दी जाती है। लाट साहब को लोग उसे जूते-चप्पल और झाडुओं से पीटते हुए नगर में घूमते रहते हैं। उसके बदले में उसको शराब की बोतलों से लेकर कपड़े और रुपये इनाम के रूप में दिए जाते हैं।
ड्रोन कैमरे से होगी निगरानी आरसी मिशन के सरायकाईयां से निकलने वाला लाट साहब का जुलूस सबसे ज्यादा संवेदनशील माना जाता है। यह मिश्रित आबादी के बीच से निकलता है। प्रशासन को यहां सुरक्षा के खास इंतजाम करने पड़ते हैं। इसलिए यहां पर ड्रोन कैमरे के जरिए जुलूस की निगरानी की जाती है।
डीएम ने बताया कि लाट साहब जुलूस को कड़े प्रबन्ध किए गये है। जुलूस मार्ग सीसीटीवी से लेस है, जुलूस के दौरान सीसीटीवी एवं ड्रोन के माध्यम से निगरानी की जाएगी। उन्होने अपील करते हुए कहा कि सभी लोग आपसी सौहर्द बनाए रखें। सभी सेक्टर पर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गयी है। अराजक्ता फैलाने वाले तथा माहौल खराब करने वालों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
एसपी राजेश एस ने कहा कि होली रंगो का पर्व है, इसे आपसी सौहार्द एवं शांतिपूर्ण ढंग से मनाए। उन्होने बताया कि होली पर्व के दृष्टिगत जनपद में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा। जुलूस हेतु सुरक्षा के प्रबन्ध किये गये है। अराजक तत्वो पर पुलिस की पैनी नजर रहेगी, लगातार सीसीटीवी तथा ड्रोन कैमरो द्वारा जुलूस की निगरानी की जाएगी।
बाईट-राजेश एस, पुलिस अधीक्षक मोहसिन रजा-इमाम ईदगाह कमेटी