वेद सभी सत्य विधाओं की पुस्तक है वेद का पढ़ना पढ़ाना और सुनना सुनाना सभी श्रेष्ठ मानवों का परम धर्म: आचार्य जितेंद्र आर्य
टेन न्यूज़ !! ०९ दिसम्बर २०२४ !! अमुक सक्सेना, तिलहर/शाहजहांपुर
तिलहर। मानव का कल्याण संभव है। आर्य समाज मंदिर में वैदिक विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए श्री शर्मा ने कहा कि वेद सभी सत्य विधाओं की पुस्तक है वेद का पढ़ना पढ़ाना और सुनना सुनाना सभी श्रेष्ठ मानवों का परम धर्म है।
कहां कि सृष्टि के प्रारंभ में परमपिता परमात्मा ने चार ऋषियों के माध्यम से वेदों का ज्ञान मानव मात्र के कल्याण के लिए दिया। वेदों में संपूर्ण जीवन दर्शन है इसलिए हमको वेदों पर मार्ग पर चलना चाहिए।
आचार्य जितेंद्र आर्य ने यज्ञ की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हम सभी को अपना जीवन यज्ञमय बनाना चाहिए। यज्ञ का जीवन में बहुत बड़ा महत्व है हम सभी कार्य परोपकार की दृष्टि से करें किसी को कोई दुख न पहुंचाएं इस बात का ध्यान रखें। इस अवसर पर दासीराम आर्य और डॉक्टर समसी ने ईश्वर भक्ति के भजन सुना कर सभी को भाव विभोर कर दिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ यज्ञ के साथ हुआ। इस अवसर पर डॉक्टर गिरीश चंद्र शर्मा, विष्णु मौर्या, अमित कुमार, सुरेश कुमार सहित तमाम श्रद्धालु उपस्थित रहे।