बीएलओ की सड़क हादसे में मौत, 12 दिन बाद निधनः परिजन बोले, SIR ड्यूटी के दबाव में थे अध्यापक, बच्चे बोले पापा मुझे छोड़कर कहा चले गए !
टेन न्यूज़ !! २० दिसम्बर २०२५ !! उत्तम शंखधार, फतेहगंज पूर्वी/बरेली
थाना क्षेत्र के हरेली अलीपुर प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत अध्यापक मोहर सिंह यादव की सड़क दुर्घटना में घायल होने के 12 दिन बाद मृत्यु हो गई। वह एसआईआर (SIR) ड्यूटी पूरी कर अपने गांव लौट रहे थे, तभी फरीदपुर क्षेत्र में कंजा जारत के समीप यह हादसा हुआ। परिजनों ने आरोप लगाया है कि उन पर एसआईआर कार्य पूरा करने का अत्यधिक दबाव था।
अध्यापक मोहर सिंह यादव (51) वर्षीय 6 दिसंबर को एसआईआर का कार्य समाप्त कर अपनी बाइक से पैतृक गांव डगरोली, थाना फतेहगंज पूर्वी लौट रहे थे। इसी दौरान फरीदपुर के जयारत क्षेत्र के पास एक अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए।
स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें तत्काल बरेली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। 12 दिनों तक चले इलाज के बावजूद, 18 दिसंबर की दोपहर उन्होंने दम तोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि मृतक का पोस्टमार्टम कराया गया है।
मृतक की पत्नी ज्ञानेश्वरी देवी व भांजे राहुल यादव ने दावा किया कि मोहर सिंह पिछले कई महीनों से मानसिक तनाव में थे। 22 नवंबर को उनकी माता का निधन हो गया था, जिससे वे गहरे अवसाद में थे। पत्नी ने यह भी बताया कि माता के निधन के बाद उन्हें पर्याप्त अवकाश नहीं मिला और विभाग द्वारा एसआईआर का कार्य जल्द पूरा करने का लगातार दबाव बनाया जा रहा था।
मोहर सिंह का शव जैसे ही पोस्टमार्टम हाउस से उनके गांव डगरोली पहुंचा, वहां अंतिम दर्शन के लिए रिश्तेदारों समेत ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। करीब चार बजे मृतक बीएलओ का अंतिम संस्कार गमगीन माहौल में हुआ।







