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फर्जी वारिस बनकर सम्पत्ति हड़पने वाले अलीहसन ने पिता के बदले तीन नाम, पीड़िता की शिकायत पर डाक्यूमेंट हुए निरस्त, हो सकती है जेल!

By Ten News One Desk

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फर्जी वारिस बनकर सम्पत्ति हड़पने वाले अलीहसन ने पिता के बदले तीन नाम, पीड़िता की शिकायत पर डाक्यूमेंट हुए निरस्त, हो सकती है जेल!



टेन न्यूज़।। 24 फरवरी 2024 ।। डेस्क@न्यूज


तिलहर/शाहजहाँपुर-फर्जी वारिस बन गरीबो की सम्पत्ति हड़पने वाले नगर के तथाकथित भूमाफिया ने गरीब की सम्पत्ति हड़पने और स्वयं को जिमीदार बनाए रखने के लिए अपना पिता बदल लिया और फिर कई लोगो से मोटी रक़म लेकर धीरे धीरे कई सम्पत्तियो का इकरार नामा कर दिया! सम्पत्ति के असल स्वामी को वर्षो से उक्त भूमाफिया ने सम्पत्ति के पास भटकने तक नही दिया!

मामला नगर के वार्ड नम्बर 22 नई बस्ती मोहल्ले का है जहाँ नूरहसन नामक व्यक्ति ने अपने तीन पिता (1) अली हसन (2) अहमद हुसैन (3) इलाही बख्श और अहमद उर्फ अलीहसन करते हुए, सम्पत्ति के असल स्वामी यानि स्वर्गीय अहमद हुसैन की समस्त सम्पति को खुर्द वुर्द करते हुए औने पौने मे बेचने का काम चालू कर दिया परन्तु जब इसकी भनक सम्पत्ति के असल स्वामी सवर्गीय अहमद हुसैन की पुत्री खातून निवासी ग्राम डभौरा को पता लगा तब मामला प्रशासन तक पहुंचा!

उक्त मामला जांच में आने के बाद काफी चौकाने वाले तथ्य सामने आए! सम्पत्ति के असल स्वामी स्व० अहमद हुसैन की पुत्री खानून ने शपथ पत्र के माध्यम से मामले के समस्त साक्ष्य सामने रखते हुए बताया कि नूर हसन ने नगर पालिक को गुमराह करते हुए मेरे पिता का मृत्यु प्रमण पत्र सं० 2170/7/2/14 जिसका जारी दिनाकं-13/922 है, करा कर मेरा सगा भाई बन गया और फिर उससे एक वारिसान 14/2/23 को जारी कराया!

मामला जब एस डीएम तक पहुंचा तो काफी मशक्कत के बाद दोनो ही अभिलेख रद्द करने का आदेश हो गया है! माना जाता है कि ग्राम भूडेली स्थित एक किता आराजी गाटा संख्या 288 रक़बा 0.0360 हे० भूमि को 9 लाख में सौदा कर 1 लाख रुपया नकद लेकर छ: माह के लिए नूरहसन ने पजीकृत इकरारनामा भी करा दिया!

सूत्रो की माने तो उक्त व्यक्ति पर नगर पालिका की कई सम्पत्ति बेच कर खाने का आरोप है और हर बार शिकायत पर नगर पालिका परिषद अपनी सम्पत्तियों को भू माफियाओं से बचाने में नाकाम हो जाता है!

नगर के उम्मरपुर स्थित महिला औद्योगिक संस्थान से लगी खाली पड़ी सरकारी भूमि के अंश भाग को उक्त व्यक्ति नूरहसन ने एक ही टुकड़े को दो व्यक्तियों को बेच दिया जिसमें एक के पास 10 का स्टांप और दूसरे के पास 100 का एग्रीमेंट पंजीकृत लेकिन पता चलने के बाद जहाँ 100 वाला भूमि से बिरत तो वहीं दूसरा व्यक्ति जबरन कब्जा करने पर उतारु!

फर्जी वारिस बनकर सम्पत्ति हड़पने वाले अलीहसन ने पिता के बदले तीन नाम, पीड़िता की शिकायत पर डाक्यूमेंट हुए निरस्त, हो सकती है जेल!

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फर्जी वारिस बनकर सम्पत्ति हड़पने वाले अलीहसन ने पिता के बदले तीन नाम, पीड़िता की शिकायत पर डाक्यूमेंट हुए निरस्त, हो सकती है जेल!



टेन न्यूज़।। 24 फरवरी 2024 ।। डेस्क@न्यूज


तिलहर/शाहजहाँपुर-फर्जी वारिस बन गरीबो की सम्पत्ति हड़पने वाले नगर के तथाकथित भूमाफिया ने गरीब की सम्पत्ति हड़पने और स्वयं को जिमीदार बनाए रखने के लिए अपना पिता बदल लिया और फिर कई लोगो से मोटी रक़म लेकर धीरे धीरे कई सम्पत्तियो का इकरार नामा कर दिया! सम्पत्ति के असल स्वामी को वर्षो से उक्त भूमाफिया ने सम्पत्ति के पास भटकने तक नही दिया!

मामला नगर के वार्ड नम्बर 22 नई बस्ती मोहल्ले का है जहाँ नूरहसन नामक व्यक्ति ने अपने तीन पिता (1) अली हसन (2) अहमद हुसैन (3) इलाही बख्श और अहमद उर्फ अलीहसन करते हुए, सम्पत्ति के असल स्वामी यानि स्वर्गीय अहमद हुसैन की समस्त सम्पति को खुर्द वुर्द करते हुए औने पौने मे बेचने का काम चालू कर दिया परन्तु जब इसकी भनक सम्पत्ति के असल स्वामी सवर्गीय अहमद हुसैन की पुत्री खातून निवासी ग्राम डभौरा को पता लगा तब मामला प्रशासन तक पहुंचा!

उक्त मामला जांच में आने के बाद काफी चौकाने वाले तथ्य सामने आए! सम्पत्ति के असल स्वामी स्व० अहमद हुसैन की पुत्री खानून ने शपथ पत्र के माध्यम से मामले के समस्त साक्ष्य सामने रखते हुए बताया कि नूर हसन ने नगर पालिक को गुमराह करते हुए मेरे पिता का मृत्यु प्रमण पत्र सं० 2170/7/2/14 जिसका जारी दिनाकं-13/922 है, करा कर मेरा सगा भाई बन गया और फिर उससे एक वारिसान 14/2/23 को जारी कराया!

मामला जब एस डीएम तक पहुंचा तो काफी मशक्कत के बाद दोनो ही अभिलेख रद्द करने का आदेश हो गया है! माना जाता है कि ग्राम भूडेली स्थित एक किता आराजी गाटा संख्या 288 रक़बा 0.0360 हे० भूमि को 9 लाख में सौदा कर 1 लाख रुपया नकद लेकर छ: माह के लिए नूरहसन ने पजीकृत इकरारनामा भी करा दिया!

सूत्रो की माने तो उक्त व्यक्ति पर नगर पालिका की कई सम्पत्ति बेच कर खाने का आरोप है और हर बार शिकायत पर नगर पालिका परिषद अपनी सम्पत्तियों को भू माफियाओं से बचाने में नाकाम हो जाता है!

नगर के उम्मरपुर स्थित महिला औद्योगिक संस्थान से लगी खाली पड़ी सरकारी भूमि के अंश भाग को उक्त व्यक्ति नूरहसन ने एक ही टुकड़े को दो व्यक्तियों को बेच दिया जिसमें एक के पास 10 का स्टांप और दूसरे के पास 100 का एग्रीमेंट पंजीकृत लेकिन पता चलने के बाद जहाँ 100 वाला भूमि से बिरत तो वहीं दूसरा व्यक्ति जबरन कब्जा करने पर उतारु!

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