निर्वाचक नामावली त्रुटिरहित व समावेशी बने : मुख्य निर्वाचन अधिकारी
टेन न्यूज़ !! १६ सितम्बर २०२५ !! डेस्क न्यूज़@लखनऊ
उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबंधन अकादमी (उपाम), लखनऊ में सोमवार को जिला निर्वाचन अधिकारियों एवं निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया। इस सत्र में आठ जिला निर्वाचन अधिकारी और 137 निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी शामिल हुए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि हर पात्र नागरिक का नाम निर्वाचक नामावली में दर्ज होना सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने निर्वाचक नामावली को त्रुटिरहित, पारदर्शी और समावेशी बनाने पर जोर दिया।
प्रशिक्षण के दौरान अधिकारियों को लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम-1950, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण नियम-1960 और मैनुअल ऑन इलेक्टोरल रोल-2023 में वर्णित विधिक दायित्वों से अवगत कराया गया। साथ ही ईआरओ नेट, बीएलओ ऐप, एनजीएसपी पोर्टल और दावे-आपत्तियों के निस्तारण की प्रक्रियाओं की जानकारी दी गई।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने निर्देश दिए कि प्रशिक्षित अधिकारी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में बीएलओ और सुपरवाइजरों को छोटे-छोटे समूहों में प्रशिक्षित करें, ताकि प्रत्येक स्तर पर प्रक्रिया की गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके। उन्होंने ऐसे मतदेय स्थलों की पहचान करने को भी कहा जहाँ लिंगानुपात असंतुलित है और वहाँ समूहवार जागरूकता अभियान चलाकर नामांकन कराने के निर्देश दिए।
युवाओं को विशेष रूप से जोड़ने पर बल देते हुए रिणवा ने कहा कि 18-19 आयु वर्ग के नागरिकों को अभियान चलाकर मतदाता सूची में शामिल किया जाए।
विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण के तहत वर्ष 2003 की निर्वाचक नामावली को वर्ष 2025 की नामावली से मैपिंग किए जाने की प्रक्रिया पर भी अधिकारियों को जानकारी दी गई। बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर गणना प्रपत्र वितरित करने, भरवाने, संकलन और सत्यापन कर उसे ऐप पर अपलोड करने की व्यवस्था बताई गई।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार अपमार्जन संबंधी कार्यवाही करने और उससे जुड़े अभिलेख सुरक्षित रखने पर जोर दिया गया। अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए गए कि सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, सुपरवाइजर और बूथ लेवल अधिकारियों को भी विधिक प्रावधानों एवं नामावली संबंधी प्रक्रियाओं पर प्रशिक्षण दिया जाए।