रायबरेली ऊंचाहार थाना क्षेत्र में चोर के शक में हरिओम वाल्मीकि हत्या कांड में 4 और आरोपी गिरफ्तार
टेन न्यूज़ !! ०८ अक्टूबर २०२५ !! वसीम खान ब्यूरो, लोकेशन रायबरेली
रायबरेली। ऊंचाहार थाना क्षेत्र में मानसिक रूप से कमजोर युवक की हत्या के मामले में चार और आरोपी गिरफ्तार किये गए है। अब तक नौ आरोपियों की गिरफ्तारियां हो चुकी है। इसके अलावा सभी हत्यारोपियों के ऊपर लगेगा रासुका और गैंगस्टर की कार्यवाही की तैयारी भी पुलिस कर रही है। पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया लगातार नजर रखी जा रही है इस घटना को जातिगत एंगल देने और भ्रम फैलाने वालों पर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा की मृतक हरिओम वाल्मीकि को भीड़ ने चोर समझ कर मारा पीटा था वह फतेहपुर का रहने वाला था यहां के लोग उसे नहीं जानते थे। घटना वाली रात यह लोग उसकी जाति नहीं जानते थे तो इसलिए इसमें जाति का कोई एंगल नहीं है।
बीती एक अक्टूबर की शाम को फतेहपुर का रहने वाला मानसिक रूप से विक्षिप्त हरिओम अपनी ससुराल रायबरेली आया था जब वो अपनी ससुराल ऊँचाहार जा रहा था। तभी डांडेपुर गांव में लोगो ने चोर समझकर उसे पकड़ लिया। उन लोगो ने उसकी पिटाई शुरू कर दी।
भीड़ ने उसको इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई। पिटाई के बाद ये लोग उसके शव को वही छोड़कर भाग गए।अगले दिन यानि दो अक्टूबर को उसका शव ईश्वरदासपुर हॉल्ट के पास रेलवे ट्रैक से 20 मीटर दूर मिला। पुलिस ने पिटाई के वायरल वीडियो के आधार पर घटना में शामिल पांच लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया।
दलित युवक हरिओम पासवान की पीट-पीटकर हुई निर्मम हत्या के मामले ने राजनीति का पारा गर्म हो गया । कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेताओं, सांसद राहुल गांधी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक संयुक्त बयान जारी करते हुए इस घटना की कड़ी निंदा की है और इसे “इंसानियत, संविधान और न्याय की हत्या” करार दिया।
राहुल गांधी ने अपने आधिकारिक एक्स (पहले ट्विटर) हैंडल पर लिखा कि “रायबरेली में दलित युवक हरिओम वाल्मीकि की निर्मम हत्या सिर्फ़ एक इंसान की नहीं – इंसानियत, संविधान और न्याय की हत्या है।” उन्होंने यह भी कहा कि आज भारत में “दलित, आदिवासी, मुसलमान, पिछड़े और ग़रीब – हर उस व्यक्ति को निशाना बनाया जा रहा है, जिसकी आवाज़ कमजोर है।” उन्होंने आरोप लगाया कि देश में “नफ़रत, हिंसा और भीड़तंत्र को सत्ता का संरक्षण मिला हुआ है” और “संविधान की जगह बुलडोज़र ने ले ली है, और इंसाफ़ की जगह डर ने।”
वहीं, कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस घटना को “निर्मम और क्रूर हत्या” बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की। दोनों नेताओं के संयुक्त वक्तव्य में कहा गया कि जो रायबरेली में हुआ, “वह इस देश के संविधान के प्रति घोर अपराध है। दलित समुदाय के प्रति अपराध है, और इस देश व समाज पर कलंक है।”
टेन न्यूज के लिए रायबरेली से ब्यूरो वसीम खान की रिपोर्ट