जिला अस्पताल रायबरेली में लापरवाही का बोलबाला — घायल बुज़ुर्ग को नहीं मिला इलाज, वार्ड बॉय की वसूली और बाहर की दवाइयों का खेल जारी
टेन न्यूज़ !! ०६ नवम्बर २०२५ !! ब्यूरो वसीम खान , रायबरेली
रायबरेली। जनपद के जिला अस्पताल में एक बार फिर लापरवाही और भ्रष्टाचार की तस्वीर उजागर हुई है। इलाज के नाम पर गरीब और जरूरतमंद मरीजों के साथ मनमानी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
ताज़ा मामला रायबरेली के पश्चिम गांव का है, जहां देर रात करीब 11 बजे दो मोटरसाइकिलों की भिड़ंत में एक बुज़ुर्ग व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए। परिजन जब घायल को तत्काल जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड लेकर पहुंचे, तो ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने इलाज करने से साफ इंकार कर दिया।
डॉक्टर ने पहले सीएचसी केंद्र से रेफर लेटर लाने की बात कही, और जब परिजन वह नहीं दिखा सके तो उन्होंने अस्पताल से बाहर की मेडिकल दुकान की दवाइयाँ लिख दीं। गरीब परिवार के पास दवा खरीदने के पैसे नहीं थे, जिससे घायल बुज़ुर्ग बिना इलाज के ही लौटने को मजबूर हो गए।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, वार्ड बॉय द्वारा मरीजों से अनधिकृत वसूली का खेल भी लंबे समय से जारी है। इमरजेंसी वार्ड में जहां किसी प्रकार की फीस निर्धारित नहीं है, वहीं वार्ड बॉय मरीजों से कभी-कभी “चार्ज” वसूलते हैं — और कोई रसीद भी नहीं दी जाती।
मीडिया टीम की जांच में यह भी सामने आया कि कुछ डॉक्टर ड्यूटी समय पर उपस्थित नहीं होते और कई बार बाहर की मेडिकल दुकानों से दवाइयाँ लिखने का दबाव मरीजों पर बनाते हैं।
स्थानीय लोगों ने इस पूरे मामले की जांच की मांग की है और कहा है कि अगर ऐसी स्थिति जारी रही, तो जनता का जिला अस्पताल पर से विश्वास पूरी तरह उठ जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पर अब सबकी निगाहें प्रशासनिक कार्रवाई पर टिकी हैं।
टेन न्यूज के लिए रायबरेली से ब्यूरो वसीम खान की रिपोर्ट।







