शाहजहांपुर में वृद्धावस्था पेंशन फर्जीवाड़ा मामले में पुलिस ने इस जिला पंचायत सदस्य को जेल भेजा
जिला समाज कल्याण अधिकारी राजेश कुमार ने रिमांड पर लिए जाने पर कबूले थे नाम
वृद्धावस्था पेंशन मामले में जिला पंचायत सदस्य अरुण प्रताप सिंह ने न्यायालय में आत्मसमर्पण किया है। उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है: रविंद्र सिंह, प्रभारी निरीक्षक सदर बाजार कोतवाली
टेन न्यूज़ !! २४ मई २०२४ !! सोशल मीडिया डेस्क न्यूज़, शाहजहांपुर
समाज कल्याण विभाग के चर्चित वृद्धावस्था पेंशन घोटाला में जिला’ समाज कल्याण अधिकारी के बाद अब अली अकबरपुर नवादा निवासी जिला पंचायत सदस्य को भी जेल भेज दिया गया है। मामले में अब तक आठ आरोपितों समेत 11 लोगों को जेल भेजा जा चुका है। अभी कई और पुलिस के रडार पर है।
एक समाचार पत्र ने तीन अप्रैल 2023 के अंक में वृद्धावस्था पेंशन फर्जीवाड़ा की खबर छापकर राजफाश किया था। डीएम उमेश प्रताप सिंह ने मामले की जांच में जिला समाज कल्याण अधिकारी राजेश कुमार को प्रथम दृष्टया दोषी पाया। उन्होंने निलंबन की संस्तुति कर दी।
शासन ने जिला समाज कल्याण अधिकारी राजेश कुमार के खिलाफ निलंबन कार्रवाई के साथ ही उच्च स्तरीय जांच बैठा दी। लगभग तीन माह चली जांच में शासन ने भी जिला समाज कल्याण अधिकारी को दोषी पाया। डीएम के निर्देश पर मामले में प्रभारी जिला समाज कल्याण अधिकारी वंदना सिंह ने जिला समाज कल्याण अधिकारी समेत नौ लोगों खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने विवेचना में कई अन्य आरोपित के नाम शामिल किए।
जिला समाज कल्याण अधिकारी राजेश कुमार ने रिमांड पर लिए जाने पर अली अकबरपुर नवादा निवासी सरवन, उपेंद्र तथा जिला पंचायत सदस्य अरुण प्रताप सिंह का नाम लिया। पुलिस ने उपेंद्र सिंह को रिमांड पर लिया।
उनकी निशानदेही पर पुलिस ने लैपटाप समेत कई पास बुक बरामद की। विवेचना में जिला पंचायत सदस्य अरुण प्रताप सिंह समेत कई और नाम सामने आए। पुलिस ने सभी को रडार पर ले लिया। अरुण ने अग्रिम जमानत का प्रयास किया, लेकिन जमानत नहीं मिली।
नतीजतन उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस के अनुसार वृद्धावस्था पेंशन फर्जीवाड़ा में अब तक सूरज पाल, अनूप कुमार, सतीश कश्यप, के धनवीर सिंह, रामलखन, पप्पू, रामऔतार आदि को जेल भेजा जा चूका है ! सौ- दैनिक जागरण!