प्यार के आगे फीकी पड़ी मजहब की दीवार: रेशमा बनीं अभिषेक की दुल्हनिया, मंदिर में लिए सात फेरे

टेन न्यूज़ !! २८ दिसम्बर २०२५ !! वसीम खान ब्यूरो, रायबरेली।
कहते हैं कि सच्चा प्यार न उम्र देखता है और न ही मजहब की दीवारें। ऐसा ही एक भावुक और साहसिक उदाहरण रायबरेली में देखने को मिला, जहां समाज की परंपरागत बंदिशों को तोड़ते हुए एक मुस्लिम युवती ने अपने प्रेमी के साथ हिंदू रीति-रिवाज से विवाह कर लिया। अमेठी की रहने वाली रेशमा बानो ने रायबरेली के अभिषेक सोनकर के साथ मंदिर में सात फेरे लेकर अपने प्यार को मुकाम तक पहुंचाया।
रेशमा बानो और अभिषेक सोनकर पिछले करीब तीन वर्षों से एक-दूसरे से प्रेम करते थे। समय के साथ उनका रिश्ता और मजबूत होता गया, लेकिन मजहब की दीवार उनके रास्ते में बाधा बन रही थी। इसके बावजूद दोनों ने एक-दूसरे का साथ न छोड़ने का फैसला किया और शादी करने का साहसिक कदम उठाया।
यह प्रेमी युगल रायबरेली के जेल रोड स्थित शिव मंदिर पहुंचा, जहां भगवान शिव को साक्षी मानकर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विवाह संपन्न हुआ। अभिषेक ने रेशमा की मांग भरकर उसे जीवनसाथी के रूप में स्वीकार किया। इस अनोखी शादी को देखने के लिए मंदिर परिसर में लोगों की भीड़ जुट गई।
शादी के बाद रेशमा बानो ने साफ कहा कि वह बालिग है और अपने जीवन के फैसले लेने के लिए स्वतंत्र है। उसने बताया कि यह विवाह उसकी अपनी मर्जी से हुआ है और किसी तरह का दबाव नहीं डाला गया। रेशमा और अभिषेक दोनों अपने नए जीवन की शुरुआत को लेकर खुश नजर आए।
टेन न्यूज के लिए रायबरेली से
ब्यूरो: वसीम खान






