बिहार चुनाव 22 नवंबर से पहले संपन्न होंगे: मुख्य चुनाव आयुक्त
सीईसी ज्ञानेश कुमार ने की तैयारियों की जानकारी, बूथ लेवल एजेंट से मोबाइल तक चुनाव प्रक्रिया में कई बड़े बदलाव
टेन न्यूज़ !! ०५ अक्टूबर २०२५ !! डेस्क न्यूज़, दिल्ली
पटना: मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने रविवार को जानकारी दी कि बिहार में विधानसभा चुनाव 22 नवंबर से पहले संपन्न होंगे। उन्होंने बताया कि 22 नवंबर तक बिहार विधानसभा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, इसलिए राज्य में चुनाव उससे पहले कराए जाएंगे।
चुनाव आयोग ने राज्य में संपूर्ण तैयारियाँ शुरू कर दी हैं। आयोग की टीम ने सभी जिलाधिकारी, पुलिस प्रमुख, नोडल अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर चुनाव को सुचारू, पारदर्शी और सुरक्षित बनाने के निर्देश दिए हैं।
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बूथ लेवल एजेंट और अफसरों की ट्रेनिंग: पहली बार दिल्ली में आयोजित।
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विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR): मतदाता सूची में गहन पुनरीक्षण 24 जून से किया गया और समयबद्ध तरीके से पूरा किया गया।
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फोटो आईडी कार्ड: बूथ लेवल अधिकारियों के लिए अनिवार्य, ताकि मतदाता पहचान सुनिश्चित हो सके।
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मोबाइल फोन की सुविधा: पोलिंग बूथ पर मतदाता अपने मोबाइल रख सकेंगे, इसका ट्रायल उपचुनाव में किया गया।
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मतदाता स्लिप सुधार: बूथ नंबर और पता बड़े अक्षरों में होंगे, जिससे मतदाता आसानी से अपने बूथ तक पहुँच सकें।
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मतदाता संख्या सीमा: प्रत्येक पोलिंग बूथ पर अधिकतम 1200 मतदाता होंगे, जिससे लाइनें कम होंगी।
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डिजिटल प्लेटफॉर्म: लगभग 40 नई ऐप्लिकेशन विकसित की गईं, सभी को मिलाकर एक कंप्यूटर प्लेटफॉर्म तैयार किया गया है।
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बिहार में कुल 243 विधानसभा क्षेत्र हैं।
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इनमें 2 सीटें एसटी और 38 सीटें एससी वर्ग के लिए आरक्षित।
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चुनाव आयोग ने सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों, प्रशासनिक अधिकारियों और सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों के साथ बैठकें की।
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मतदान प्रक्रिया को आसान, सुरक्षित और पारदर्शी बनाने के लिए चुनाव आयोग ने नई तकनीकी पहलें की हैं।
सीईसी ज्ञानेश कुमार ने कहा कि बिहार में शुरू की गई ये पहलें बाद में पूरे देश में लागू होंगी और देश में लोकतंत्र की प्रक्रिया को और मजबूत बनाएंगी।