अरावली बचाओ आंदोलन तेज, कांग्रेस नेताओं का सरकार पर तीखा हमला
टेन न्यूज़ !! २८ दिसम्बर २०२५ !! ब्यूरो: रुपेश शर्मा, अलवर (राजस्थान) |
अरावली पर्वतमाला के संरक्षण को लेकर कांग्रेस का आंदोलन लगातार तेज होता जा रहा है। अलवर में आयोजित अरावली बचाओ पैदल मार्च और जनसभा के दौरान कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने केंद्र और राज्य सरकार पर खनन माफियाओं को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए तीखा हमला बोला।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि अरावली आंधियों को रोकने का काम करती है और इसके बिना हालात बेहद डरावने हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि जिस तरह किसानों के खिलाफ बनाए गए तीन काले कानूनों को सरकार को वापस लेना पड़ा, उसी तरह अरावली का काला कानून भी जनहित में वापस लेना पड़ेगा। कांग्रेस इसके लिए हर स्तर पर संघर्ष करेगी और खनन माफियाओं को पनपने नहीं दिया जाएगा।
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि अरावली को मौत की सजा और मुनाफे के लिए प्रकृति का सौदा किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं के धंधों के लिए आम जनता की जीवन रेखा को खतरे में डाला जा रहा है। डोटासरा ने कहा कि पहले CTH और अब अरावली को निशाना बनाया गया है, जिसके खिलाफ कांग्रेस और जनता ने बिगुल फूंक दिया है।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने चेतावनी दी कि अरावली पर संकट का असर हिमालय तक पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अरावली मां का सौदा करने वालों को भर्तृहरि बाबा का श्राप लगेगा। जूली ने आरोप लगाया कि खनन माफियाओं द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायतें प्रधानमंत्री कार्यालय, सीबीआई, सीआईडी और एसीडी तक दी गईं, लेकिन महीनों तक कोई जांच नहीं हुई। उन्होंने इसे अरावली का सीना छलनी करने की साजिश बताया।








