नेशनल हेराल्ड केस: ईओडब्ल्यू की बड़ी कार्रवाई, सोनिया–राहुल गांधी सहित नौ पर एफआईआर दर्ज
टेन न्यूज़ !! ३० नवम्बर २०२५ !! डेस्क न्यूज़, नई दिल्ली।
नेशनल हेराल्ड मामले में एक बार फिर बड़ा राजनीतिक भूचाल आ गया है। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और सांसद राहुल गांधी के खिलाफ नई एफआईआर दर्ज कर ली है। एफआईआर में आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और विश्वासघात जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जिससे देश की सियासत में उबाल आ गया है।
एफआईआर संख्या 0124/2025 के तहत कुल नौ आरोपियों को नामजद किया गया है—छह व्यक्ति और तीन कंपनियां। यह कार्रवाई ईडी की 3 अक्टूबर 2025 की शिकायत के आधार पर हुई, जिसमें पीएमएलए की धारा 66(2) के तहत एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की गई थी।
आरोप है कि कांग्रेस से जुड़ी प्रकाशन कंपनी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) की लगभग 2,000 करोड़ रुपए मूल्य की संपत्तियों पर कब्जे की साजिश रची गई। 2010 में गठित यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड ने एजेएल पर एआईसीसी के 90.21 करोड़ रुपए के ऋण को मात्र 50 लाख रुपए में खरीद लिया। यंग इंडियन में सोनिया–राहुल के पास 76% संयुक्त हिस्सेदारी है, जिन्हें इस सौदे का लाभार्थी माना गया है।
जांच में सामने आया कि एजेएल ने अपना ऋण बदलकर 9.02 करोड़ शेयर यंग इंडियन को आवंटित किए, जिससे दानदाताओं और मूल शेयरधारकों को कथित रूप से नुकसान पहुंचा। एफआईआर में कोलकाता की एक कथित शेल कंपनी डॉटेक्स मर्चेंडाइज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा यंग इंडियन को किए गए 1 करोड़ रुपए के हस्तांतरण को भी साजिश का हिस्सा माना गया है।
एफआईआर में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सैम पित्रोदा, सुमन दुबे और सुनील भंडारी सहित तीन कंपनियों—यंग इंडियन, डॉटेक्स और एजेएल—को भी आरोपी बनाया गया है। मामले में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है और कांग्रेस ने इसे “राजनीतिक प्रतिशोध” करार दिया है।









