मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में “प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना” के अंतर्गत समीक्षा बैठक का आयोजन
टेन न्यूज़ !! ३१ मई २०२५ !! डीपी सिंह@डेस्क न्यूज़, शाहजहांपुर
शाहजहांपुर मुख्य विकास अधिकारी डा. अपराजिता सिंह की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में “प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना” के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। यह योजना उत्तर प्रदेश नवकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण (यूपी नेडा) द्वारा संचालित की जा रही है। बैठक में योजना की प्रगति, क्रियान्वयन की स्थिति एवं कनेक्शन से संबंधित समस्त पहलुओं पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।
मुख्य विकास अधिकारी ने बैठक के दौरान योजना की वर्तमान स्थिति पर असंतोष व्यक्त करते हुए जनपद में कम कनेक्शन की संख्या तथा कनेक्शन प्रक्रिया में हो रही अनावश्यक देरी पर गहरी नाराजगी प्रकट की।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों एवं विभागीय प्रतिनिधियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि जनपद में 20,000 घरों को योजना से लाभान्वित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रतिदिन एक वेंडर द्वारा न्यूनतम एक कनेक्शन अवश्य स्थापित हो। उन्होंने कहा कि यह लक्ष्य जनहित से जुड़ा है तथा इसमें लापरवाही किसी भी दशा में स्वीकार्य नहीं होगी।
सीडीओ डा. अपराजिता सिंह ने निर्देशित किया है कि योजना में कार्यरत वेंडर्स की कार्यक्षमता और निष्पादन के आधार पर ग्रेडिंग की जाए। ग्रेडिंग में ए एवं बी श्रेणी में आने वाले वेंडर्स को प्रोत्साहित करने हेतु प्रशस्ति पत्र प्रदान किए जाएंगे, जिससे कार्य के प्रति प्रतिस्पर्धात्मक भावना उत्पन्न हो और गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके।
बैठक के दौरान यह भी अवगत कराया गया कि योजना के अंतर्गत विद्युत कनेक्शन का लोड बढ़ाने की प्रक्रिया में सर्वाधिक समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं, जिससे लाभार्थियों को समय से कनेक्शन प्राप्त नहीं हो पा रहे हैं।
इस संबंध में मुख्य विकास अधिकारी ने स्पष्ट निर्देश जारी करते हुए कहा कि विद्युत लोड बढ़ाने की प्रक्रिया के लिए अधिकतम 7 दिन की समय-सीमा निर्धारित की जाए। यदि निर्धारित अवधि में लोड वृद्धि की कार्यवाही पूर्ण नहीं होती है, तो संबंधित एसडीओ के विरुद्ध प्रशासनिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
इसके अतिरिक्त सीडीओ ने समस्त लंबित आवेदनों की समीक्षा कर तत्परता से कनेक्शन की प्रक्रिया पूर्ण करने, जनसामान्य को योजना की जानकारी अधिकाधिक प्रचारित करने तथा तकनीकी या प्रशासनिक बाधाओं को तत्काल दूर करने के लिए ठोस रणनीति बनाए जाने पर विशेष बल दिया।