प्रधानमंत्री मोदी ने मनाया 75वां जन्मदिन, बड़े स्तर पर हुआ जश्न; आलोचना भी बनी मुद्दा
टेन न्यूज़ !! २१ सितम्बर २०२५ !! डेस्क न्यूज़@नई दिल्ली
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 17 सितंबर को अपने 75वें जन्मदिन का जश्न मनाया। इस अवसर पर भाजपा और समर्थकों ने देशभर में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए, जिसमें उद्योगपति, फिल्म, खेल और मीडिया जगत के नामी हस्तियों ने भी भाग लिया। सोशल मीडिया पर #MyModiStory हैशटैग के तहत बधाई संदेशों की बाढ़ आ गई।
प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर कई निजी स्कूलों में बच्चों को विशेष कार्य दिए गए, जैसे बधाई संदेश और ग्रीटिंग कार्ड बनाना। इसके साथ ही भाजपा की आईटी सेल ने समर्थकों को जन्मदिन की बधाई संदेश साझा करने के लिए प्रेरित किया।
हालांकि, इस जश्न को लेकर आलोचनाएं भी सामने आईं। देश में बाढ़, बारिश, बेरोजगारी और महंगाई जैसी समस्याओं के बीच जन्मदिन का भव्य आयोजन विवादास्पद माना गया। साथ ही, मीडिया और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से जुड़े मामले भी चर्चा में रहे। सरकार ने अडानी समूह से जुड़े 138 यूट्यूब वीडियो और 83 इंस्टाग्राम पोस्ट हटाने का आदेश जारी किया, जिसे वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उल्लंघन बताया।
विशेषज्ञों का कहना है कि भारतीय संस्कृति के अनुसार 75 वर्ष की आयु में व्यक्ति वानप्रस्थ या संन्यास आश्रम की ओर बढ़ता है, लेकिन मोदी के जन्मदिन के आयोजन से यह प्रतीत नहीं होता। समर्थक इसे उनके गृहस्थ जीवन में वानप्रस्थ और संन्यास दोनों का अनुभव बताया।
भाजपा की ओर से जन्मदिन के अवसर पर आयोजित गतिविधियों को राजनीतिक संदेश और प्रचार का माध्यम भी माना जा रहा है। वहीं आलोचक इसे देश की मौजूदा समस्याओं और शासन के आलोचनात्मक दृष्टिकोण को छिपाने का प्रयास मान रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी का 75वां जन्मदिन, जश्न और आलोचना दोनों का मिश्रण साबित हुआ, जिसने देशभर में चर्चा का विषय बना दिया।