हादसे ने छीना आस्था यात्रा का सुख, हाईवे पर खड़े ट्रक से टकराई कार, महिला की मौत, चार घायल हस्ताक्षर अभियान के द्वारा लिया संकल्प: जनपद को बनाना है बाल श्रम मुक्त: जिलाधिकारी जिलाधिकारी के अध्यक्षता में जिला विकास समिति की बैठक संपन्न, 15 जून को 11वां अंतर्राष्ट्रीय योग सप्ताह का शुभारंभ गंगा एक्सप्रेस-वे के एयरपोर्ट पर किया जाएगा श्रीमद्भागवत कथा में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव सुनकर श्रोता हुए भावविभोर अज्ञात वाहन की टक्कर से बालक की मौत, परिजनों में मचा कोहराम
---Advertisement---

शाहजहांपुर जेल में बैंड बंधिया को हुनरमंद बनाने के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

By tennewsone.com

Published on:

160 Views

शाहजहांपुर जेल में बैंड बंधिया को हुनरमंद बनाने के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित



टेन न्यूज़ !! 02 सितम्बर २०२४ !! डीपी सिंह डेस्क@शाहजहांपुर


शाहजहांपुर जेल में बैंड बंधिया को हुनरमंद बनाने के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सामाजिक सहयोग से प्रारंभ किया गया जिसमें सर्वप्रथम महिला बंदियों को प्रशिक्षित किया गया।

यह प्रशिक्षण जय गणेश सेवा समिति के तत्वावधान में समिति की अध्यक्ष श्रीमती पूनम मेहरोत्रा और उनकी टीम के द्वारा आयोजित किया गया इसके तहत महिला बंदियों को राज्य सरकार की नीति एक जनपद एक उत्पाद के तहत जनपद शाहजहांपुर के लिए निर्धारित जरी-जरदोजी एवं विभिन्न प्रकार के कलात्मक गमले, भगवान जी एवं अनेकानेक आराध्य देवी देवताओं की पोशाकें,बर्तन ,चौकिया आज बनाने का प्रशिक्षण दिया गया

इन गमलों,पाॉट,एवं चौकियों का निर्माण विभिन्न प्रकार के पुराने अखबार पुराने कपड़े एवं सफेद सीमेंट एवं फेविकोल की मदद से बनाने का कार्य सिखाया गया जिनका उपयोग पूजा घर में एवं एन या सजावटी सामानों के रखरखाव में किया जा सकता है विभिन्न प्रकार के मंदिरों में प्रयुक्त होने वाले आसन एवं दीवारों पर सजाने हेतु विभिन्न प्रकार के आइटम बनाने का कार्य सिखाया गया

महिला बंदियों ने भी पूरी रुचि के साथ उक्त प्रशिक्षण में भाग लिया और दो दिन के अंदर ही पूरी तरह से उक्त सामग्री बनाना सीख लिया

उक्त सामग्री 14 सितंबर को जनपद न्यायालय परिसर में लगने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत के अवसर पर आउटलेट में बिक्री हेतु जनमानस के लिए उपलब्ध रहेगी उक्त आउटलेट में इन सामग्रियों के अलावा भी विभिन्न प्रकार के गमले पौधे विभिन्न डिजाइन और साइज में बैग महिला पुरुष एवं बच्चों के रेडीमेड कपड़े सुंदर-सुंदर पेंटिंग आज भी उपलब्ध रहेंगे

उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का उद्देश्य कारागार में बंद बंधिया को हुनरमंद बनाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है ताकि वह कारागार से रिहा होने के बाद अपराध से तौबा करके अपना कोई कार्य जीव कोपार्जन हेतु प्रारंभ कर सकें।

शाहजहांपुर जेल में बैंड बंधिया को हुनरमंद बनाने के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

Published On:
---Advertisement---
160 Views

शाहजहांपुर जेल में बैंड बंधिया को हुनरमंद बनाने के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित



टेन न्यूज़ !! 02 सितम्बर २०२४ !! डीपी सिंह डेस्क@शाहजहांपुर


शाहजहांपुर जेल में बैंड बंधिया को हुनरमंद बनाने के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सामाजिक सहयोग से प्रारंभ किया गया जिसमें सर्वप्रथम महिला बंदियों को प्रशिक्षित किया गया।

यह प्रशिक्षण जय गणेश सेवा समिति के तत्वावधान में समिति की अध्यक्ष श्रीमती पूनम मेहरोत्रा और उनकी टीम के द्वारा आयोजित किया गया इसके तहत महिला बंदियों को राज्य सरकार की नीति एक जनपद एक उत्पाद के तहत जनपद शाहजहांपुर के लिए निर्धारित जरी-जरदोजी एवं विभिन्न प्रकार के कलात्मक गमले, भगवान जी एवं अनेकानेक आराध्य देवी देवताओं की पोशाकें,बर्तन ,चौकिया आज बनाने का प्रशिक्षण दिया गया

इन गमलों,पाॉट,एवं चौकियों का निर्माण विभिन्न प्रकार के पुराने अखबार पुराने कपड़े एवं सफेद सीमेंट एवं फेविकोल की मदद से बनाने का कार्य सिखाया गया जिनका उपयोग पूजा घर में एवं एन या सजावटी सामानों के रखरखाव में किया जा सकता है विभिन्न प्रकार के मंदिरों में प्रयुक्त होने वाले आसन एवं दीवारों पर सजाने हेतु विभिन्न प्रकार के आइटम बनाने का कार्य सिखाया गया

महिला बंदियों ने भी पूरी रुचि के साथ उक्त प्रशिक्षण में भाग लिया और दो दिन के अंदर ही पूरी तरह से उक्त सामग्री बनाना सीख लिया

उक्त सामग्री 14 सितंबर को जनपद न्यायालय परिसर में लगने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत के अवसर पर आउटलेट में बिक्री हेतु जनमानस के लिए उपलब्ध रहेगी उक्त आउटलेट में इन सामग्रियों के अलावा भी विभिन्न प्रकार के गमले पौधे विभिन्न डिजाइन और साइज में बैग महिला पुरुष एवं बच्चों के रेडीमेड कपड़े सुंदर-सुंदर पेंटिंग आज भी उपलब्ध रहेंगे

उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का उद्देश्य कारागार में बंद बंधिया को हुनरमंद बनाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है ताकि वह कारागार से रिहा होने के बाद अपराध से तौबा करके अपना कोई कार्य जीव कोपार्जन हेतु प्रारंभ कर सकें।

Follow Us On

---Advertisement---

Leave a Comment