तिलहर में बीती रात बज़्म अरबाब ए सुखन की ओर से तरही नशिस्त का आयोजन
टेन न्यूज़ !! ३० दिसम्बर २०२४ !! अमुक सक्सेना, तिलहर/शाहजहांपुर
तिलहर बीती रात बज़्म अरबाब ए सुखन की ओर से तरही नशिस्त का आयोजन घेर चौबा स्थित गुलशन जहां गुलशन के आवास पर किया गया प्रोग्राम के अध्यक्ष शकील तिलहरी तथा विशेष अतिथि ओम प्रकाश साहू रहे संचालन मास्टर शाहिद अली ने किया मुशायरे में कटरा और जलालपुर से आए मेहमान शायरों ने भी शिरकत की नशिस्त का शुभारम्भ मसूद हुसैन लाडले मियां ने नात ए पाक से किया-
शकील तिलहरी ने कहा –
कोई तो ख़तरा होगा मुस्तक़बिल को
जब तलबा आवाज़ उठाने लगते हैं ।
ओम प्रकाश साहू ने सुनाया –
आईना मत आप किसी को दिखलाओ
देख हकीकत सब खिसियाने लगते हैं ll
शमशाद आतिफ ने कहा –
जुल्म की शिद्दत हद से जब बढ़ जाती है
गूंगे भी आवाज़ उठाने लगते हैं ll
रईस तिलहरी ने सुनाया-
जंगल में जब कोई खतरा होता है
सारे पंछी शोर मचाने लगते हैं ll
उस्मान आबिद जलालपुरी ने कहा-
पेड़ों पर जब फल पक जाने लगते हैं
हर जानिब से पत्थर आने लगते हैं
साजिद सफदर ने सुनाया –
खामोशी आवाज़ों में तब्दील करो
वरना दुश्मन घर में आने लगते हैंll
शरीफ कटरावी ने कहा-
हम क्या तुम क्या किस्मत के इस दंगल में
अच्छे अच्छे चक्कर खाने लगते हैं ll
गुलशन जहां गुलशन ने सुनाया –
दिल में किसी के बस जाना आसान नहीं
इस तरकीब में देख ज़माने लगते है ll
सुल्तान दर्द ने कहा-
अच्छे अच्छे सर चकराने लगते हैं
ऐसे वैसे जब समझाने लगते हैंll
फरीद तिलहरी ने सुनाया –
हिज़्र का मौसम ही तो इश्क का मौसम है
नाहक ही आशिक घबराने लगते हैंll
फैजान तिलहरी ने कहा –
इतने तन्हा तुम बिन हैं फैजान मियां
खुद को खुद का दर्द सुनाने लगते हैं
नशिस्त में
बसीर उद्दीन अमीर मियां हाजी मुन्ने मियां कांग्रेस नगर अध्यक्ष अनीस हुसैन गुड्डू असलम कुरैशी महमूद हसन सद्दाम मंसूरी गुड्डू मंसूरी अरमान दिलशाद इरशाद पप्पू आदि मौजूद रहे