तिलहर आर्य समाज में वेद मंत्रों के साथ यज्ञ का आयोजन
टेन न्यूज़ !! ०९ सितम्बर २०२४ !! अमुक सक्सेना, तिलहर/शाहजहांपुर
आर्य समाज में वेद मंत्रों के साथ यज्ञ किया गया। इस अवसर पर वैदिक विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए आचार्य चंदन मित्र ने कहा कि वेद मार्ग पर चलने से ही मनुष्य सुख शांति प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती ने 150 वर्ष पहले आर्य समाज की स्थापना की थी तब से लगातार आर्य समाज वेदों का प्रचार प्रसार कर रहा है। उन्होंने कहा कि वेद मंत्र संस्कृत भाषा में है इसका सटीक अनुवाद स्वामी दयानंद सरस्वती ने हिंदी भाषा में किया है।
कहा कि अभी सरकार ने संस्कृत सप्ताह मनाया अब यह सप्ताह हिंदी को समर्पित है। स्वामी दयानंद गुजराती होते हुए उन्होंने अपना अमर ग्रंथ सत्यार्थ प्रकाश हिंदी भाषा में लिखा। दयानंद जी का कहना था कि हिंदी भाषा ही देश को एक सूत्र में बांध सकती है। इसलिए सभी को हिंदी भाषा को अपनाना चाहिए।
जितेंद्र आर्य ने कहा कि आर्य समाज तर्क की कसौटी पर कार्य करता है। कुछ लोग कुतर्क करके अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं ऐसे लोगों से हमें सावधान रहना चाहिए। दयानंद सरस्वती ने बहुत अधिक पुरुषार्थ किया और उन्होंने आकर अंधविश्वास और पाखंड से लोगों को जगाया।
इस अवसर पर उदित आर्य और कृष्ण मुरारी ने ईश्वर भक्ति के भजन सुना कर सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया। लोकेश कुमार ने ऋग्वेदआदिभाष्य भूमिका और सत्यार्थ प्रकाश को पढ़कर सुनाते हुए लोगों से वेदों की ओर लौटने का आह्वान किया। कार्यक्रम के दौरान दासीराम आर्य, वेद प्रकाश आर्य, नन्हेंलाल गंगवार, गिरीश चंद्र शर्मा, रामस्वरूप गंगवार, रविंद्र कुमार आर्य, विष्णु पाल, अंकित मौर्य आदि श्रद्धालु उपस्थित रहे।