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राज्यपाल ने विनोबा सेवा आश्रम बरतारा पहुंचकर आश्रम के परिसर में स्थित बैंक ऑफ बड़ोदा शाखा बरतारा के नव सुसज्जित भवन का फीता काटकर उद्धाटन किया

Bytennewsone.com

Jun 12, 2024
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राज्यपाल ने विनोबा सेवा आश्रम बरतारा पहुंचकर आश्रम के परिसर में स्थित बैंक ऑफ बड़ोदा शाखा बरतारा के नव सुसज्जित भवन का फीता काटकर उद्धाटन किया



टेन न्यूज़ !! १२ जून २०२४ !! डीपी सिंह डेस्क@ शाहजहांपुर


बुधवार को उत्तर प्रदेश की माननीय राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल एवं उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना ने विनोबा सेवा आश्रम बरतारा पहुंचकर सर्व प्रथम आश्रम के परिसर में स्थित बैंक ऑफ बड़ोदा शाखा बरतारा के नव सुसज्जित भवन का फीता काटकर उद्धाटन किया।

इसी क्रम में उन्होने विनोबा जी की प्रतिमा पर सूत की माला से माल्यार्पण किया तथा नवनिर्मित राज्यसभा सहयोग निधि से सुसज्जित अहिंसा प्रेक्षागृह ग्रंथागार भवन का लोकार्पण कर अवलोकन किया। साथ ही उन्होने आश्रम के परिसर में लगी प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। प्रदर्शनी में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गये उत्पादों की जानकारी लेते हुये सराहना की।

नंदिनी लोक मित्र एवं विनोबा प्रवाह सम्मेलन कार्यक्रम डॉ0 शंकर कुमार सान्याल की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश की माननीय राज्यपाल आनंदी बेन पटेल एवं विशिष्ट अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने 259 स्वयं सहायता समूह को सीसीएल की धनराशि रू0 3,65,41000 का प्रतिकात्मक चेक वितरण किया। साथ ही उन्होने विनोबा जी के विचारों पर आधारित पुस्तकों का भी विमोचन किया।

अपने संबोधन में मुख्य अतिथि ने कहा कि विनोवा सेवा आश्रम के सभी लोगो ने गरीबों का जीवन सुधारने में पूरा जीवन लगा दिया है। उन्होंने कहा कि यह अवसर सीखने के साथ-साथ दिल में उतारने का है। ऐसे आश्रमों की मदद करनी चाहिए। बेटियों को पढ़ाई लिखाई आदि क्षेत्रों में आगे बढ़ने का कार्य करें। लोगों को समाज की विभिन्न प्रकार की कुरीतियों को छोड़ देना चाहिए जिन कुरीतियों से परिवार उजड़ जाता है। विनोवा एवं गांधी जी के विचारों पर चलना चाहिए।

लोगों को अपना फर्ज नहीं भूलना चाहिए उस पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोग अपने बूढ़े माता-पिता को आश्रमों में छोड़ देते हैं जिन्होंने जीवन में कष्ट उठाकर पढ़ाया लिखाया बड़ा किया उनको आश्रमों में नहीं छोड़ना चाहिए।

उन्हे अपने पास रखें, उनकी सेवा करें। उन्होंने कहा कि राज्य भवन की ओर से ऐसे आश्रमों की सेवा करने के लिए 150 करोड़ रुपए का सहयोग प्रदान किया जाता है जिससे बच्चों को शिक्षा आदि शैक्षिक कार्य कराया जा सके। आश्रमों में वातानुकूलित, गर्म, पानी, पुस्तकालय आदि व्यवस्थाएं कराई जा सके। उन्होंने कहा कि आश्रम द्वारा चौराहों पर भीख मांग कर जीवन व्यतीत करने वाले ऐसे बच्चों को शिक्षण संस्थान में नाम लिखाकर पढ़ना चाहिए।

राजपाल महोदया ने जिला स्तरीय अधिकारियों से कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी बच्चे स्कूल पढ़ने जाएं कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहना चाहिए। स्कूल में प्रयास करें कि बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान कर उनके उज्जवल भविष्य के लिए कंपटीशन की तैयारी कराएं जिससे बच्चों को आईएएस, आईपीएस आदि बनाया जा सके। शिक्षा की बात घर-घर पहुंचाई जाए। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में गांवो को गोद लेकर कार्य किया जा रहा है। गांव में आंगनवाड़ी केन्द्र, टीवी के मरीजों को गोद लेकर सुधार किया जा रहा है। अच्छा कार्य करने से लोग जुड़ते हैं।

उन्होंने महिलाओं की शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि हर क्षेत्र में आगे निकल रहे हैं उनको उत्साहित किया जाए। भारत सरकार ड्रोन दीदी योजना से महिलाओं को लाभान्वित कर रही है। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाएं आगे बढ़ रही है परिवार को आत्मनिर्भर बना रही है। हर क्षेत्र में महिलाओं का सम्मान बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 25 लाख परिवारों को गरीबी से बाहर निकाला है। महिलाएं परिश्रम करके परिवार को आगे बढ़ा रही हैं गरीबी से बाहर निकल रही है। भारत सरकार द्वारा आयुष्मान भारत सहित अन्य योजनाओं का लाभ सीधे लोगों तक पहुंच रहा है। सभी योजनाएं घर-घर तक पहुंच रही हैं। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी है कि स्कूल अच्छे हो और अच्छी शिक्षा दी जाए। उन्होंने कहा इस आश्रम में नए लोग जुड़ने के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि देश आगे बढ़े और विश्व का नेतृत्व करें। प्रधानमंत्री का सपना है कि विश्व में भारत हर क्षेत्र में प्रथम स्थान पर हो। सभी लोग एक बनकर भारत को नंबर एक पर लाना है।

विशिष्ट अतिथि ने कहा कि इस आश्रम की कल्पना के पीछे गांधी जी का ग्राम स्वराज प्रेरणा का स्रोत मालूम होता है। उन्होंने कहा कि जिस महान पुरुष के नाम पर आश्रम बना है वह 10 वर्ष में ब्रह्मचर्य का पालन करने का प्रण लिया और 21 वर्ष की उम्र में घर छोड़ दिया और उनके मूल विचार था कि लोगों की सेवा करना। आज के युग में विनोबा के शब्दों को बांधना चाहे तो संन्यास के ऊपर नीति, नीति के ऊपर अध्यात्म है। प्रधानमंत्री जी से बहुत कुछ सीखा है 50 वर्षों बाद स्वच्छता का महत्व दिया गया। प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत मिशन कार्यक्रम चलाकर जन-जनतक इस आंदोलन की पहचान की कोशिश की।

उन्होंने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में 10 साल में बहुत कुछ परिवर्तन हुआ है और बहुत कुछ होना बाकी है। स्वच्छता को अपने जीवन में उतारे जिससे दूसरे लोग प्रेरणा ले सके।

विनोवा सेवा आश्रम के संस्थापक रमेश भय्या ने विनोबा विचार प्रवाह पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि आज का विचार करुणा पर आधारित है। विनोवा के विचार को गंगा मां की तरह प्रवाह करना है। उनके विचारों के लिए देश में बड़े-बड़े सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं। नंदिनी लोग मित्र एवं विनोबा प्रवाह सम्मेलन कार्यक्रम में विभिन्न महानुभावों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले महानुभावों को सम्मानित भी किया गया।

इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष ममता यादव, जिलाधिकारी उमेश प्रताप सिंह, ददरौल विधायक अरविंद कुमार सिंह, पुवायां विधायक चेतराम, सहकारी बैंक अध्यक्ष डीपीएस राठौर, भाजपा जिला अध्यक्ष केसी मिश्रा, महापौर अर्चना वर्मा, पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीण, अध्यक्ष संजय राय, संरक्षक विमला बहन, पद्मश्री अगुस इन्द्रा उदयना, सुधीर भय्या गोयल, सहित अन्य अधिकारी एवं सेवा आश्रम से संबंधित महानुभव मौजूद रहे।

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