ढकिया रघा गांव के तालाब में मगरमच्छ आ जाने वाले लोगों में दहशत फैली
टेन न्यूज़ !! ०४ जुलाई २०२४ !! अमुक सक्सेना, तिलहर/शाहजहांपुर
कोतवाली क्षेत्र के गांव ढकिया रघा में मंगलवार की रात गांव के तालाब में आ जाने वाले लोगों ने मगरमच्छ को देखा जिस गांव में दहशत फैल गई वहीं दूसरे दिन भी वन विभाग का कोई भी कर्मचारी गांव नहीं पहुंचा है।
गांव की करीब डेढ़ हजार की आबादी दो दिन से मगरमच्छ की दहशत से ग्रामीण लोग भयभीत है। लोग डर से घर से अपने बच्चों को घरों से बाहर नहीं निकलने दे रहे हैं। गांव के आने जाने वाली सड़क पर भी सन्नाटा पसरा हुआ है।
लग रहा है कि शायद वन अधिकारी किसी बड़ी घटना के इंतजार में है। वन रेंजर ने बुधवार को मगरमच्छ को पकड़वाने की बात कही थी लेकिन ग्रामीण दिन भर बाट जोहते रहे लेकिन कोई भी गांव नहीं पहुंचा। ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों से इस मामले में हस्तक्षेप करने और तत्काल मगरमच्छ को पकड़वाने की मांग की है।
गांव के विक्रम ने बताया कि मंगलवार की रात समीप नदी से तालाब में मगरमच्छ आ गया था। तालाब के पास रास्ता होने पर सुबह जब लोग उधर से निकले तब लोगों ने तालाब में मगरमच्छ को तैरते हुए देखा जिससे ग्रामीण लोग दहशत फैल गई।
घटना की सूचना तत्काल वन विभाग को दी गई। निगोही क्षेत्र के वनकर्मी सतीश ने मंगलवार को ग्रामीणों से कहा की कोई घबराने की बात नहीं है दूरी बनाए रखो कुछ नहीं होगा। शाम को तिलहर क्षेत्र के वन रेंजर घनश्याम शुक्ला ने बताया कि बुधवार को मगरमच्छ को पकड़वा लिया जाएगा लेकिन बुधवार शाम तक कोई भी वन अधिकारी मगरमच्छ को पकड़ने नहीं पहुंचा है।
बुधवार को मगरमच्छ तालाब से निकलकर बाहर आया फिर अंदर चला गया इस घटना से ग्रामीणों ने अपने बच्चों को घरों पर कैद कर लिया है। तालाब के समिति गांव के आने-जाने की रास्ता है उस पर भी लोग मगरमच्छ की दहशत से बहुत कम ही निकल रहे हैं।
बुधवार को ग्रामीणों ने बताया बन रेंजर घनश्याम शुक्ला से फोन पर वार्ता हुई तो उन्होंने बताया कि बारिश के कारण बुधवार को कोई गांव नहीं पहुंच सका। गुरुवार को डिप्टी अजय सिंह को पिंजरा लेकर गांव भेजा जाएगा।
तालाब के अंदर पानी में उसे पकड़ा नहीं जा सकता है जैसे ही वह ऊपर आएगा उसको पकड़ कर पिंजरा में बंद कर लिया जाएगा। तब तक गांव के लोग तालाब से दूर रहे और सावधानी बरते।