आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत नगर पंचायत कार्यालय में हुई बैठक, नगर के विकास कार्यों, स्वच्छता, पेयजल व रोजगार सृजन पर हुई विस्तृत चर्चा नारकोटिक्स विभाग एवं अवैध मदिरा की रोकथाम हेतु जिलाधिकारी शाहजहांपुर ने दिए कड़े निर्देश तिलहर में वाहन की टक्कर से बाइक सवार की मौत, साथी गंभीर बाॅलीवुड ऐक्टर र्और भारतीय मानवाधिकार महासंघ के वाइस चेयरमैन अरमान ताहिल की नई वेब सीरीज कुकू टीवी पर तहलका मचाने आ रही है ” गाॅड्स प्लान फाॅर अस “ अटसू व बाबरपुर में विशाल रामलीला का आयोजन सदर विधायका ने फीता काटकर किया उद्घाटन, धार्मिक कार्यक्रम में उमड़ा जन सैलाब
---Advertisement---

शाहजहाँपुर में गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी की अध्यक्षता में गन्ना समितियों की समीक्षा बैठक सम्पन्न

By Ten News One Desk

Published on:

55 Views

शाहजहाँपुर में गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी की अध्यक्षता में गन्ना समितियों की समीक्षा बैठक सम्पन्न



टेन न्यूज़ !! ११ सितम्बर २०२५ !! डीपी सिंह डेस्क न्यूज़ शाहजहाँपुर


उत्तर प्रदेश के गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी की अध्यक्षता में शाहजहाँपुर स्थित गन्ना शोध परिषद में प्रदेश की सहकारी गन्ना समितियों के अध्यक्षों और चीनी मिल समितियों के उपाध्यक्षों की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार, गन्ना आयुक्त, निबन्धक सहकारी समितियाँ, प्रबन्ध निदेशक चीनी मिल संघ सहित विभागीय अधिकारी व सांसद अरुण सागर उपस्थित रहे।

मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश गन्ना, चीनी, शीरा और एथनॉल उत्पादन में देश में प्रथम स्थान पर है। बीते आठ वर्षों में ₹2,89,445 करोड़ गन्ना मूल्य का भुगतान किया गया, जो पिछले 22 वर्षों की तुलना में ₹75,925 करोड़ अधिक है। साथ ही इस अवधि में 6,924 करोड़ का निवेश चीनी उद्योग में हुआ है। प्रदेश की जीडीपी में गन्ने का योगदान 4.19% और गन्ना-चीनी का संयुक्त योगदान 8.45% है।

बैठक में निर्णय लिया गया कि समितियाँ अपने भवनों और सहयोग से संचालित विद्यालयों, महाविद्यालयों और चिकित्सालयों का जीर्णोद्धार व उच्चीकरण करेंगी। साथ ही डिजिटलाइजेशन से किसानों को रियल टाइम गन्ना पर्ची, ऑनलाइन बजट और संतुलन पत्र उपलब्ध कराए जा रहे हैं। समितियों को धारा-58 के अंतर्गत लाभांश वितरण की भी अनुमति है।

राज्य मंत्री ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में गन्ना सीडलिंग उत्पादन हेतु 3000 महिला स्वयं सहायता समूहों के गठन का उल्लेख किया, जिनसे हजारों महिलाएँ आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं। वहीं ड्रोन तकनीक से गन्ना फसल पर कीटनाशक व उर्वरकों का छिड़काव भी कराया जा रहा है।

गन्ना आयुक्त ने कहा कि समितियाँ उन्नत बीज संवर्धन, मृदा स्वास्थ्य परीक्षण, ड्रिप इरीगेशन और जैविक खेती को बढ़ावा दें। निबंधक ने अपेक्षा जताई कि नई प्रबन्ध कमेटियाँ डिजिटलाइजेशन और नवाचार को अपनाकर समितियों को और सशक्त बनाएँगी।

शाहजहाँपुर में गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी की अध्यक्षता में गन्ना समितियों की समीक्षा बैठक सम्पन्न

Published On:
---Advertisement---
55 Views

शाहजहाँपुर में गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी की अध्यक्षता में गन्ना समितियों की समीक्षा बैठक सम्पन्न



टेन न्यूज़ !! ११ सितम्बर २०२५ !! डीपी सिंह डेस्क न्यूज़ शाहजहाँपुर


उत्तर प्रदेश के गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी की अध्यक्षता में शाहजहाँपुर स्थित गन्ना शोध परिषद में प्रदेश की सहकारी गन्ना समितियों के अध्यक्षों और चीनी मिल समितियों के उपाध्यक्षों की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार, गन्ना आयुक्त, निबन्धक सहकारी समितियाँ, प्रबन्ध निदेशक चीनी मिल संघ सहित विभागीय अधिकारी व सांसद अरुण सागर उपस्थित रहे।

मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश गन्ना, चीनी, शीरा और एथनॉल उत्पादन में देश में प्रथम स्थान पर है। बीते आठ वर्षों में ₹2,89,445 करोड़ गन्ना मूल्य का भुगतान किया गया, जो पिछले 22 वर्षों की तुलना में ₹75,925 करोड़ अधिक है। साथ ही इस अवधि में 6,924 करोड़ का निवेश चीनी उद्योग में हुआ है। प्रदेश की जीडीपी में गन्ने का योगदान 4.19% और गन्ना-चीनी का संयुक्त योगदान 8.45% है।

बैठक में निर्णय लिया गया कि समितियाँ अपने भवनों और सहयोग से संचालित विद्यालयों, महाविद्यालयों और चिकित्सालयों का जीर्णोद्धार व उच्चीकरण करेंगी। साथ ही डिजिटलाइजेशन से किसानों को रियल टाइम गन्ना पर्ची, ऑनलाइन बजट और संतुलन पत्र उपलब्ध कराए जा रहे हैं। समितियों को धारा-58 के अंतर्गत लाभांश वितरण की भी अनुमति है।

राज्य मंत्री ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में गन्ना सीडलिंग उत्पादन हेतु 3000 महिला स्वयं सहायता समूहों के गठन का उल्लेख किया, जिनसे हजारों महिलाएँ आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं। वहीं ड्रोन तकनीक से गन्ना फसल पर कीटनाशक व उर्वरकों का छिड़काव भी कराया जा रहा है।

गन्ना आयुक्त ने कहा कि समितियाँ उन्नत बीज संवर्धन, मृदा स्वास्थ्य परीक्षण, ड्रिप इरीगेशन और जैविक खेती को बढ़ावा दें। निबंधक ने अपेक्षा जताई कि नई प्रबन्ध कमेटियाँ डिजिटलाइजेशन और नवाचार को अपनाकर समितियों को और सशक्त बनाएँगी।

Follow Us On

---Advertisement---

Leave a Comment