शाहजहांपुर जनपद में डूबने से होने वाली जनहानि की रोकथाम हेतु एडवाइजरी
टेन न्यूज़ !! १३ मई २०२५ !! डेस्क न्यूज़@शाहजहांपुर
अपर जिलाधिकारी (वि०/रा०) अरविंद कुमार ने जानकारी देते हुए बताया है कि ग्रीष्म और वर्षा ऋतु के दौरान नदियों, नहरों, पोखरों, तालाबों, कुओं इत्यादि में डूबने के कारण अधिक जनहानि देखी जाती है।
प्रदेश में डूबने से होने वाली जनहानि के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया, तद्नुसार पाया गया है कि जनपद शाहजहाँपुर में गत वर्षों 2024-25 में 48 जनहानि, 2023-24 में 33 जनहानि एवं 2022-23 में 16 जनहानि नदियों, नहरों, पोखरों, तालाबों, कुओं इत्यादि में डूबने से हुई है।
डूबने के कारण होने वाली जनहानि को न्यूनतम करने के लिए जन-मानस को अधिक से अधिक जागरूक करने के उद्देश्य से सावधानी एवं बचाव के उपायों का जनपद में व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार कराने की आवश्यकता है। डूबने से बचाव के लिए जागरूकता बढ़ाने के लिए कुछ सुझाव निम्नवत् हैं-
1. अल्प आयु के बच्चों को जलस्रोत के पास खेलते समय सावधानीपूर्वक निगरानी तथा उन्हें कभी भी अकेले कुआं, नदी, झील, तालाब, पोखर, नहर, नाला, गड्ढा, जल प्रपात या अन्य किसी जल स्रोत के समीप न जाने दिया जाए।
2. तैराकी कौशल के अभाव में कुआं, नदी, झील, तालाब, पोखर, नहर, नाला, गड्ढा, जल प्रपात या अन्य किसी जल स्रोत में नहीं जाना चाहिए।
3. नदी, नहर, तालाब, पोखर या अन्य जल स्रोतों के पास चेतावनी बोर्ड लगाना जिसमें सुरक्षा-बचाव निर्देश एवं संकेत अंकित हों एवं इसका अनुपालन किया जाए।
4. डूबने से बचाव हेतु बच्चों की भेद्यता, त्योहारों के समय संवेदनशील स्थानों और घाटों पर जागरूकता एवं निगरानी तंत्र स्थापित करना तथा क्या करें और क्या न करें का विभिन्न माध्यमों से व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए।
5. संवेदनशील स्थानों पर समुदाय के पारंपरिक ज्ञान को जागरूकता बढ़ाने में शामिल किया जाना चाहिए।
6. स्कूली बच्चों को जल सुरक्षा, जोखिम न्यूनीकरण एवं प्राथमिक उपचार के उपाय सिखाए जाने चाहिए।