महिला अधिवक्ता के आरोपों पर अधिवक्ता रणधीर सिंह माथुर का खंडन, आरोप निराधार बताए
टेन न्यूज़ !! २१ जुलाई २०२५ !! प्रभाष चन्द्र ब्यूरो, कन्नौज
कन्नौज। तिर्वा खास शास्त्री नगर निवासी महिला अधिवक्ता ममता द्वारा अपने अधिवक्ता रणधीर सिंह माथुर पर गंभीर आरोप लगाए जाने के मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है। अधिवक्ता रणधीर सिंह माथुर ने अब इन आरोपों का खंडन करते हुए स्वयं को निर्दोष बताया है।
क्या है मामला:
महिला अधिवक्ता ममता ने वर्ष 2020 में अपने पति व ससुरालीजनों के खिलाफ प्रताड़ना का मुकदमा पंजीकृत कराया था, जिसके लिए उन्होंने अधिवक्ता रणधीर सिंह माथुर को कानूनी प्रतिनिधि नियुक्त किया था।
बाद में ममता ने अपने अधिवक्ता पर ही आरोप लगाया कि उन्होंने विपक्षी पक्ष से सांठगांठ कर मुवक्किल (ममता) के भाई और पिता के साथ मारपीट की। इस संबंध में उन्होंने बार काउंसिल में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर अधिवक्ता रणधीर सिंह माथुर को कई महीनों के लिए न्यायिक प्रक्रिया से निलंबित कर दिया गया था।
पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि निलंबन अवधि के बावजूद अधिवक्ता द्वारा न्यायिक कार्य किया जा रहा है, जिसे लेकर उन्होंने जिला एवं सत्र न्यायाधीश से लिखित शिकायत करते हुए उचित कार्रवाई की मांग की है।
जब अधिवक्ता रणधीर सिंह माथुर को इस शिकायत और आरोपों की जानकारी हुई तो उन्होंने सभी आरोपों को निराधार और दुर्भावनापूर्ण बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने अपने कर्तव्य का ईमानदारी से निर्वहन किया है और किसी भी प्रकार की पक्षपात या अनैतिक गतिविधि में शामिल नहीं रहे।
मेरे खिलाफ लगाए गए आरोप दुर्भावनापूर्ण हैं। न तो मैंने अपने मुवक्किल के साथ विश्वासघात किया, न ही किसी भी प्रकार की मारपीट की घटना में सम्मिलित रहा हूं। सच्चाई जल्द ही सामने आएगी,” — अधिवक्ता रणधीर सिंह माथुर।