तिलहर में अधिवक्ताओं ने जुलूस निकालकर किया प्रदर्शन, थाने में पुलिस के खिलाफ जमकर हंगामा किया
टेन न्यूज़ !! २४ जुलाई २०२४ !! अमुक सक्सेना, तिलहर/शाहजहांपुर
राजस्व निरीक्षक की ओर से दो अधिवक्ताओं के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने और अभिलेख फाड़ देने के मामले में दर्ज की गई रिपोर्ट के विरोध में मंगलवार की शाम अधिवक्ताओं ने जुलूस निकालकर प्रदर्शन करते हुए थाने पहुंचकर पुलिस के खिलाफ जमकर हंगामा किया।
अधिवक्ता की ओर से पुलिस को दी गई तहरीर में राजस्व निरीक्षक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की गई है। अधिवक्ताओं ने चेतावनी दी है यदि उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई तब अधिवक्ता काम बंद हड़ताल करते हुए धरना प्रदर्शन को बाध्य होंगे।
राजस्व निरीक्षक आदर्श कुमार की ओर से दर्ज की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि 16 जुलाई को शाम 5:00 बजे वह रजिस्ट्रार कार्यालय में बैठकर शासकीय कार्य कर रहे थे। इसी दौरान दाखिल खारिज की पत्रावली में आपत्ति करने हेतु अधिवक्ता मुनेंद्र कुमार एक प्रार्थना पत्र लेकर आए। बताया कि पत्रावली का अवलोकन करने से पता चला कि पूर्व में दाखिल खारिज आदेश पारित किया जा चुका था तथा पूर्व में कोई भी आपत्ति नहीं की गई थी।
आरोप है कि आदेश से खिन्न होकर मुनेंद्र अपने साथी अधिवक्ता राघवेंद्र प्रताप सिंह चौहान को लेकर रजिस्टर कार्यालय में आकर मुझसे मारपीट करने लगे और गाली गलौज करते हुए टेबल पर रखे सरकारी अभिलेख फाड़ दिए। लोगों के बीच बचाव किए जाने पर जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गए। पुलिस ने शरीर के आधार पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 121/ 132/ 115/ 352/ 351 /324 के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली है।उधर अधिवक्ताओं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होने की सूचना पर अधिवक्ता बौखला गए।
मंगलवार की शाम लगभग 4:00 बजे बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेश चन्द्र सक्सेना और महामंत्री राजीव सिंह के नेतृत्व में तमाम अधिवक्ता तहसील से नारेबाजी करते हुए थाने पहुंचे। थाने का घेराव करते हुए वकीलों ने जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान वकीलों ने थाना प्रभारी विशाल प्रताप सिंह से वकीलों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने का जमकर विरोध किया। अधिवक्ता मुनेंद्र कुमार की ओर से थाना प्रभारी को संबोधित एक तहरीर देते हुए तत्काल राजस्व निरीक्षक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की गई।
अधिवक्ता मुनेंद्र कुमार ने पुलिस को दिए गए तहरीर में कहा है कि वह 16 जुलाई को समय करीब 1:00 बजे दोपहर अपने साथी अवनीश माथुर एडवोकेट के साथ रजिस्ट्रार कानूनगो कार्यालय में न्यायालय नायब तहसीलदार निगोही में बिचाराधीन एक पत्रावली की पैरवी व मुआयना करने गया था जो की पत्रावली रजिस्ट्रार कानूनगो आदर्श कुमार के पास थी। आरोप है कि आदर्श कुमार से पत्रावली मांगने पर उन्होंने ₹100 की रिश्वत मांगी और कहा कि एक घंटे बाद पत्रावली दिखाएंगे।
इस बात का जव हम लोगों ने विरोध किया तब आदर्श कुमार ने अपने साथियों के साथ हम लोगों को पकड़ लिया तथा हम लोगों को साथ लात घूंसों से मारपीट करने लगे। इस दौरान जाति सूचक अपशब्दों का प्रयोग किया तथा जान से मारने करने की धमकी दी। जेव से ₹500 भी निकाल लिए। मामले की उसी दिन एसडीएम से शिकायत की दोनों ने मामले के निस्तारण हेतु समय मांगा था इसलिए रिपोर्ट दर्ज करने में देरी हुई है।
इंस्पेक्टर विशाल प्रताप सिंह ने बताया कि अधिवक्ता की ओर से तहरीर प्राप्त हुई है चूंकि कि मामला राजस्व कर्मचारियों से जुड़ा हुआ है इसलिए डीएम से स्वीकृति मिलने के बाद ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।