कथा व्यास ने जनकपुर में सीता स्वयंवर प्रसंग में श्रीराम द्वारा धनुष तोड़े जाने के बाद पहुंचे कुपित भगवान परशुराम और लक्ष्मण के संवाद को सुनाकर सभी को भाव विभोर कर दिया
टेन न्यूज़ !! १७ अगस्त २०२४ !! अमुक सक्सेना, तिलहर/शाहजहांपुर
नगर के अग्रवाल सभा धर्मशाला में चल रही संगीतमय श्रीराम कथा में कथा व्यास आचार्य पंडित देवप्रकाश मिश्र ने जनक पुर में सीता स्वयंवर प्रसंग में श्रीराम द्वारा धनुष तोड़े जाने के बाद पहुंचे कुपित भगवान परशुराम और लक्ष्मण के संवाद को सुनाकर सभी को भाव विभोर कर दिया ।
कथा व्यास ने सुनाया कि भगवान परशुराम ने जब योग दृष्टि से श्रीराम के ब्रह्म स्वरूप को जाना तो उन्हे प्रणाम कर महेंद्र पर्वत के लिए प्रस्थान किया । इसके बाद सीता मैया ने भगवान को जयमाला पहनाकर उनका वरण किया ।
इस मौके पर भगवान राम के रूप में बाल स्वरूप रिद्धि मिश्रा व सीता के रूप में राधिका गुप्ता के मनोहारी रूप का दर्शन कर गुरुवार के कथा यजमान विवेक अग्रवाल व धर्मपत्नी रेनू अग्रवाल ने पूजन किया ।
इन्ही की ओर से खीर का भोग अर्पण कर प्रसाद वितरित किया गया । समापन पर बौद्धिक गोष्ठी में विनोद सिंह , रघुवीर सहाय तथा जिला प्रचारक अनुज पार्थ ने विचार व्यक्त किए । कथा के दौरान भारी भीड़ रही ।