कश्मीर स्थित पहलगांव में हुई बर्बरता को लेकर नोएडा का पत्रकार क्लब हुआ एकजुट, प्रशासन से की न्याय की मांग
टेन न्यूज़ !! २६ अप्रैल २०२५ !! गीता बाजपेई ब्यूरो, नोएडा
पहलगाम, कश्मीर में निर्दोष पर्यटकों पर हुए बर्बर आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस क्रूर हमले ने पत्रकार समुदाय को भी गहरे आघात में डाल दिया है। आतंक के खिलाफ न सिर्फ सरकार से निर्णायक एक्शन की मांग उठ रही है, बल्कि अब देश के पत्रकार भी एकजुट होकर आतंकवाद को खुली चुनौती दे रहे हैं। इसी क्रम में ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब ने आज एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद की।
ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब के दर्जनों सदस्य गुरुवार को स्वर्ण नगरी कार्यालय परिसर में एकत्र हुए। यहां आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष पर्यटकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए मौन रखा गया। इस मौन में सिर्फ शोक नहीं था, बल्कि भीतर ही भीतर एक असहनीय पीड़ा और आक्रोश भी था। पत्रकारों की आंखें नम थीं, लेकिन उनकी आत्मा दृढ़ थी — एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश देने के लिए।
प्रेस क्लब के अध्यक्ष आदेश भाटी ने इस मौके पर कहा, “कश्मीर की वादियों में छुट्टियां मनाने गए आम पर्यटकों पर आतंकियों ने जो कायरतापूर्ण हमला किया है, वह सीधे मानवता पर हमला है। इस तरह की घटनाएं अब बर्दाश्त के बाहर हैं। यदि अब भी निर्णायक कार्रवाई नहीं हुई, तो यह सिलसिला चलता ही रहेगा।”
सचिव रोहित प्रदर्शनी ने कहा, “पत्रकार केवल खबर नहीं लिखते, वे समाज की आवाज भी होते हैं। आज हम सबकी यही मांग है — अब केवल निंदा नहीं, ठोस एक्शन चाहिए। इस हमले में जो भी आतंकी शामिल हैं, उन्हें बख्शा न जाए।”
इस मौके पर प्रेस क्लब के अन्य सदस्यों — कोषाध्यक्ष रविंदर जयंत, राजेश गौतम, एडवोकेट गौरव शर्मा, तरुण भड़ाना, सी एल मौर्य, अशोक टोंगर, मनोज भाटी, संदीप नागर, रोहित, अर्पित तिवारी सहित अनेक पत्रकार मौजूद थे। सभी ने अपनी एक राय में कहा कि अब समय आ गया है कि भारत सरकार आतंक के खिलाफ सर्जिकल नहीं, निर्णायक स्ट्रैटजिक स्ट्राइक की नीति अपनाए।
पत्रकारों ने यह भी कहा कि कश्मीर को अस्थिर करने की यह सुनियोजित कोशिश न सिर्फ भारत की एकता और अखंडता को चुनौती देती है, बल्कि पर्यटन जैसे शांतिपूर्ण क्षेत्र को भी आतंक की छाया में ले जाती है। लेकिन भारत न तो झुकेगा और न ही रुकेगा। इस तरह की हरकतों का जवाब सिर्फ जवाबी कार्रवाई से ही नहीं, बल्कि सामाजिक एकता से भी दिया जाएगा।
इस भावुक माहौल में यह बात भी सामने आई कि पत्रकार अब सिर्फ देखेंगे नहीं, वे समाज की रक्षा के लिए आवाज बनेंगे। देश के हर नागरिक की सुरक्षा अब पत्रकारों के मुद्दे का हिस्सा है। ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब ने इस संदेश के साथ यह साफ कर दिया कि उनका यह विरोध सिर्फ एक श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि भविष्य में किसी भी आतंकी दुस्साहस को रोकने की एक मजबूत पहल है।
घटना 24 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुई जब पर्यटकों की एक बस पर आतंकियों ने अचानक अंधाधुंध गोलियां बरसा दीं। इस हमले में कई लोग मारे गए और दर्जनों घायल हो गए। घटना के बाद पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। यह हमला उस समय हुआ जब घाटी में पर्यटन सीजन चरम पर था और हजारों पर्यटक वहां छुट्टियां मना रहे थे।
ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब ने साफ कर दिया है कि वे आने वाले दिनों में जिला प्रशासन और केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक ज्ञापन भी सौंपेंगे, जिसमें आतंकियों के खिलाफ तेजी से कार्रवाई की मांग की जाएगी। इसके साथ ही वे अन्य मीडिया संगठनों से भी अपील करेंगे कि एक साझा मंच बनाकर इस मुद्दे पर केंद्र सरकार का ध्यान आकर्षित किया जाए।
10 न्यूज परिवार इस हमले में मारे गए सभी निर्दोष पर्यटकों को श्रद्धांजलि अर्पित करता है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता है। साथ ही केंद्र सरकार से मांग करता है कि इस आतंकी हमले का माकूल जवाब दिया जाए ताकि आगे कोई ऐसा दुस्साहस करने का साहस न जुटा सके।