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कृषि विभाग के अंतर्गत संचालित योजनाओं से कृषकों के जीवन में आया आमूलचूल परिवर्तन: जिलाधिकारी

Bytennewsone.com

Jul 1, 2024
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कृषि विभाग के अंतर्गत संचालित योजनाओं से कृषकों के जीवन में आया आमूलचूल परिवर्तन: जिलाधिकारी



टेन न्यूज़ !! 01 जुलाई २०२४ !! डीपी सिंह डेस्क न्यूज़@शाहजहांपुर


“हमारा प्रयास जनपद का विकास” श्रृंखला के अंतर्गत आज कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति और उनसे कृषकों को होने वाले लाभ के विषय में चर्चा करेंगे। हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और यशस्वी मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के प्रेरणादाई नेतृत्व में किसानों के हितार्थ विभिन्न प्रकार की योजनाएं संचालित है। जिससे कृषकों के जीवन में आमूलचूल परिवर्तन उपस्थित हुआ है।

इनमें सबसे पहली व महत्वपूर्ण योजना है प्रधानमन्त्री किसान सम्मान निधि योजना, इसके अन्तर्गत किसानों को प्रतिवर्ष 6000 रू0 की धनराशि उनके खातों में सीधे हस्तांतरित की जाती है, योजनान्तर्गत 17 किस्तो के माध्यम से जनपद के 478248 कृषको को 1241.31 करोड़ की धनराशि सीधे उनके खाते में भारत सरकार द्वारा अब तक प्रेपित की गयी है। इस योजना का लाभ पति-पत्नी में किसी एक को देय है। इस योजना से कृषकों को खाद और बीज खरीदने में सुविधा होने लगी।

पारदर्शी किसान सेवा योजना (डी०बी०टी०) जिसके अन्तर्गत किसानों को रवी में चना, मटर, राई, सरसों, गेहूँ, जौ, खरीफ में धान, बाजरा, मक्का, उड़द, मूंग एवं जायद में उर्द, मूंग के बीजों में अनुदान दिया गया। कुल धनराशि 191.36 लाख रुपये डी०बी०टी० के माध्यम से कृषकों के खातों में विभिन्न योजनाओं (राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना, बीज ग्राम योजना आदि) के अन्तर्गत अनुदान की धनराशि हस्तान्तरित की गयी। इसके अलावा सोलर फोटो वोल्टेइक पम्प योजना (पी०एम० कुसुम) संचालित है,

इस योजना के अन्तर्गत कृषकों को 2 एच०पी०, 3 एच०पी० 5 एच०पी० एवं 7.5 एच०पी० पर 60 प्रतिशत एवं 10 एच०पी० 48 प्रतिशत अनुदान देय है। योजनान्तर्गत 2023 तक 390 सोलर पम्पों की स्थापना पर रू0 5.15 करोड़ धनराशि कृषकों को अनुदान के रूप में आर्थिक सहायता प्रदान की गयी। इसी तरह कृषि यंत्रीकरण एवं इन सीटू मैनेजमेंट योजना के अन्तर्गत वर्ष 2023-24 में कुल 460 कृपकों को अनुदान की धनराशि डी०बी०टी० के माध्यम से कृषकों के बैंक खातों में 1253.1 लाख रुपये की धनराशि का अनुदान लाभ प्रदान किया गया।

स्वास्थ्य की दृष्टि से अत्याधिक महत्वपूर्ण उ०प्र० मिलेट्स पुनरोद्धार कार्यक्रम अन्तर्गत जनपद में मिलेट् उत्पादन एवं उपभोग को बढ़ावा देने के दृष्टिगत एफ०पी०ओ० एवं कृपको के मध्य 1233 मिनीकिटो का वितरण किया गया है,  जनप्रतिनिधियो एवं जिलाधिकारी महोदय शाहजहांपुर की उपस्थित/अध्यक्षता में जनपद स्तरीय मिलेट्स कार्यशाला, स्कूल के अध्यापको का प्रशिक्षण, मिलेट् रोड शो, भारतीय मिलेट् अनुसंधान केन्द्र हैदराबाद एवं विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधानशाला, अल्मोड़ा में कृपको की एक्सपोजर विजिट करायी गयी,

एफ०पी०ओ० सदस्यो का कृषि विज्ञान केन्द्र, नियामतपुर में कृषको को प्रशिक्षण प्रदान किया गया, इस प्रकार योजनान्तर्गत 2600 से अधिक कृपको को प्रतिभागिता से लाभान्वित किया गया है। उक्त कार्यक्रम के माध्यम से जनपद में मिलेट्स के उत्पादन एवं उपयोग के प्रति आमजन की जागरूकता में काफी वृद्धि हुई है। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में 3334 मिलेट्स (ज्वार, बाजरा, सावां एवं कोदो) मिनीकिट कृषको के मध्य वितरित किये जाने के लक्ष्य प्राप्त हुए है।

जनपद में मृदा स्वास्थ्य सुधार हेतु चलाये जा रहे मृदा स्वास्थ्य कार्ड कार्यक्रम अन्तर्गत में जनपद के प्रत्येक विकासखण्ड के 06-06 ग्राम पंचायत चयनित की गई है, इस प्रकार जनपद की कुल 90 ग्राम पंचायत चयन किया गया है, प्रत्येक ग्राम पंचायत में 100 मृदा नमूनों संग्रहण का लक्ष्य था। जनपद में कुल 9000 मृदा नमूनो का संग्रहण एवं विश्लेषण कर मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण कृषकों में किया गया है।

कृषकों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन (आत्मा) योजना है, इसके अन्तर्गत नवीन तकनीक की जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से 420 किसानों को राज्य के बाहर कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम, 1125 कृषकों को राज्य के अन्दर कृषक प्रशिक्षण, तथा 2250 जनपद के अन्दर कृषक प्रशिक्षण का आयोजन कराया गया। इसी प्रकार 525 कृषकों को राज्य के अन्दर शैक्षणिक भ्रमण, 2400 कृषकों को राज्य के अन्दर तथा 750 कृषकों का जनपद के अन्दर भ्रमण कार्यक्रम आयोजित कराये गये।

750 खण्ड प्रदर्शन एवं 75 फार्म स्कूल आयोजित कराकर, कृषकां को नवीन तकनीकी तथा लाइन से बुआई, संतुलित उर्वरकों का उपयोग, जैविक खेती/प्राकृतिक खेती इत्यादि के लिए जागरूक जनपद स्तर पर रबी उत्पादकता गोष्ठी/खरीफ उत्पादकता गोष्ठी तथा विकास खण्ड स्तर पर 15-15 रबी एवं खरीफ गोष्ठियों का आयोजन कर लगभग 12 हजार से अधिक कृषकों को लाभान्वित किया गया। इसी प्रकार संकर बीज को बढावा देने की योजना भी जनपद में संचालित है, योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2023-24 में 206 किसानों को रू0 4.10 लाख रुपये बीज पर अनुदान के रूप में डी०बी०टी० के माध्यम से प्रदान किये गये।

इसके अलावा जनपद में प्रमाणित बीजों पर अनुदान की योजना भी संचालित है, इसके अंतर्गत किसानों को उन्नत नस्ल के प्रमाणित बीज 50 प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध कराये जाते है। वित्तीय वर्ष 2023- 24 में 10550 किसानों को रू0 54.47 लाख रुपये बीज अनुदान के रूप में डी०बी०टी० के माध्यम से प्रदान किये गये।

इस प्रकार से शासन प्रशासन के प्रयासों से इन लाभकारी योजनाओं के माध्यम से न केवल कृषकों को कृषि उपज में मदद की जा रही है, अपितु इन योजनाओं से आच्छादित कर कृषकों के जीवन को समुन्नत बनाया जा रहा है। जिलाधिकारी उमेश प्रताप सिंह जी के प्रेरणादायक नेतृत्व व कृषि अधिकारियों की कर्मठता के कारण जिले के कृषक इन योजनाओं का लाभ उठाकर खुशहाली भरा जीवन जी रहे हैं।

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