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संत विनोबा भावे की 129वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री ने लोगों को संबोधित किया
संत विनोबा भावे के विचारो को अपनाकर जीवन मे लाए सुधारः उप मुख्यमंत्री
जनपद के लोगो को उच्च कोटि की स्वास्थ्य सेवाए उपलब्ध कराना करे सुनिश्चितः उप मुख्यमंत्री
जल जनित बिमारियों से ग्रस्त लोगो अभियान चलाकर किया जाए चिन्हितः उप मुख्यमंत्री
टेन न्यूज़ !! १२ सितम्बर २०२४ !! डीपी सिंह डेस्क@शाहजहाँपुर
उत्तर प्रदेश सरकार के मा0 उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने संत विनोबा भावे की 129वीं जयंती पर बनतारा स्थित बिनोवा सेवा आश्रम के अहिंसा प्रेक्षागृह में आयोजित रामहरि समागम कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप पहुंच कर लोगो को किया संबोधित। कार्यक्रम का आयोजन मुख्य ट्रस्टी साबरमती आश्रम गुजरात के जयेश भाई पटेल की अध्यक्षता में आयोजित किया गया।
उप मुख्यमंत्री ने आश्रम पहुंचते ही सबसे पहले एम्बुलेंस में उपकरण एवं व्यवस्थाओं को देखा, सीतापुर आंख अस्पताल द्वारा लगाए गए नेत्र शिविर कैंप का अवलोकन किया तथा विनोबा भावे एवं महात्मा गांधी की प्रतिमा पर सूत का माल्यार्पण, विनोबा दर्शन का लोकार्पण व पुस्तकालय एवं वचनालय का निरीक्षण किया।
मुख्य अतिथि रामहरि समागम कार्यक्रम मे विनोबा भावे की 129वीं जयंती पर नमन करते हुए कहा कि विनोबा भावे ने आजादी से पहले भारत की जैसी कल्पना एवं परिकल्पना की थी उसको धरातल पर उतरने का कार्य किया। आचार्य विनोब भावे भारत के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, सामाजिक कार्यकर्ता तथा प्रसिद्ध गांधीवादी नेता थे। उन्होने गरीब लोगों की सहायता के लिए अभियान चलाकर गरीबों को भूदान करने का कार्य किया। गांव में पहुंचकर गरीब लोगों से बात करते थे। उनकी सोच थी कि गरीब लोगो के भी जीवन में सुधार लाया जाए। उन्होंने कहा कि विनोबा भावे ने गांधी जी के साथ मिलकर भारत देश को सुधारने का कार्य किया।
गांधीवादी संत विनोबा भावे के संदेश लोगों को प्रेरित करते हैं। उन्होंने अपने कार्यों से हजारों लोगों का जीवन बदला। उन्होंने भूदान यज्ञ नाम के आंदोलन की शुरुआत की इस आंदोलन में लोग अपनी जमीन देते थे जिसे बाद में भूमिहीन लोगों को वितरित किया गया। विनोबा भावे के विचारों को अपनाकर जीवन में कई सकारात्मक बदलाव कर सकते हैं। सेवा भाव, निडरता और कर्म जैसी चीजों पर उनके विचार जीवन बदलने वाले हैं।
जिसने ज्ञान को आचरण मे उतार लिया, उसने ईश्वर को ही मूर्तिमान कर लिया। विनोबा भावे एक अहिंसक और स्वतंत्रता के कार्यकर्त्ता, समाज सुधारक और आध्यात्मिक शिक्षक थे। विनोबा ने अहिंसा और समानता के अपने सिद्धांतों का पालन किया। उन्होंने अपना जीवन गरीबों और दलितों की सेवा हेतु समर्पित कर दिया तथा उनके अधिकारों के लिये खड़े हुए। भावे ने भारतीय ग्रामीण जीवन को बेहतर बनाने के लिये समर्पित जीवन की ओर अग्रसर किया।
उत्तर प्रदेश सरकार के मा0 उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बनतारा का स्थलीय निरीक्षण कर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की। गर्भवती महिलाओं की गोदभराई तथा नवजात शिशुओं को अन्नप्रास कराया । मंत्री ने समीक्षा करते हुये कड़े निर्देश दिये कि लोगो को उच्च कोटि की चिकित्सीय सेवाएं उपलब्ध करायी जाये।
उन्होने निर्देश दिये कि बदलते मौसम में जल जनित बिमारियों से बचाव हेतु सम्पूर्ण प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाये। उन्होने सीएमओ को निर्देश दिये कि जल जनित बिमारियों से प्रभावित लोगो को अभियान चलाकर चिन्हित कर उनका उचित इलाज किया जाय। उन्होने निर्देश दिये कि मरीजो को गांव में ही इलाज मिले यह सुनिश्चित किया जाए। गांवों में स्वास्थ्य केन्द्रो पर पानी भरा नही होना चाहिए, मेडिकल वेस्ट बाहर न पड़ा हो तथा साफ-सफाई बेतर रहे।
इस अवसर पर ददरौल विधायक अरविन्द कुमार सिंह, जलालाबाद विधायक हरीप्रकाश वर्मा, भाजपा जिला अध्यक्ष के सी० मिश्रा, महानगर अध्यक्ष शिल्पी गुप्ता, जिला पंचायत अध्यक्ष ममता यादव, विनोबा सेवा आश्रम के संस्थापक रमेश भइया, संरक्षक विमला बहन, सीडीओ डॉ0 अपराजिता सिंह, एडीएम संजय कुमार पाण्डेय सहित अन्य गणमान्य महानुभाव उपस्थित रहें।